मेरठ ब्यूरो। श्री हनुमंत कथा ज्ञान यज्ञ व दिव्य प्रवचन का आयोजन रंग महल में हो रहा है। इसके तीसरे दिन का शुभारंभ राम दरबार का पूजन व आरती के साथ हुआ। कथावाचक पं। भृगुमणि त्रिपाठी ने बताया कि कोई भी व्यक्ति अपने आचरण के बल पर कोई कार्य नहीं कर सकता है। जब तक उसे अपने गुरु संत ब्राहमण और अपने से बड़े माता पिता के आचरण के बल का आशीर्वाद न मिले।
लक्ष्मण शक्ति की कथा सुनाई
उन्होंने कहा कि यही लक्ष्मणजी के साथ हुआ जब लक्ष्मणजी मेघनाद से युद्ध करने के लिए पहली बार गए तो लक्ष्मणजी ने क्रोध में श्रीरामजी से आज्ञा ली। इसके बाद अंगद आदि को साथ लेकर चले गए। प्रभु श्री राम के चरण को बिना स्पर्श गए थे। इसलिए उन्हें शक्ति लगी और मूर्छित हो गए। वहीं, जब दूसरी बार युद्ध करने गए तो प्रभु श्री राम के चरणों का आशीर्वाद लेकर गए। साथ ही मेघनाद का वध किया।
आरती में पहुंचे श्रद्धालु
उन्होंने कहाकि इससे यही सिद्ध होता है कि कोई भी अपने आचरण के बल कोई कार्य नहीं हो सकता है। कथा का समापन भगवान की आरती के साथ हुआ। कथा में मुख्य अतिथि बीजेपी पूर्व महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल व उपाध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ नीरज मित्तल रहे।
ये लोग रहे मौजूद
कथा में मुख्य यजमान पवन गर्ग व रमा गर्ग, अनिल जैन, प्रमोद कुमार, प्रवीन अग्रवाल, डॉ। नितिन गर्ग, प्रशांत जैन, सिद्धार्थ मलिक व सहयोगी विजय गोयल, सुरेन्द्र सिंधु अभय श्रीवास्तव, रूपेश श्रीवास्तव, अनूप गर्ग, निशांत गर्ग, दीपांशू गर्ग, आरएस यादव, सुशील अग्रवाल बाबा व सुशील कुमार शर्मा आदि का सहयोग रहा।