- कश्मीर में भी जेएनयू जैसी हिम्मत दिखाने की जरूरत
-देश विरोधी तत्वों को कुचल दिया जाना चाहिए
Meerut: विश्व ¨हदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगडि़या ने जेएनयू प्रकरण में केंद्र सरकार की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि कश्मीर में भी देश विरोधी तत्वों को कुचल दिया जाना चाहिए। देशद्रोह रोकने को संकल्प चाहिए और सरकार ने जेएनयू में यह दिखाया है। कश्मीर में भी यही हिम्मत दिखाने की जरूरत हैं। देशद्रोहियों को फांसी मिले।
दंड दिया जाए
बरेली के सामाजिक समरसता कार्यक्रम के अलावा मुरादाबाद और बिजनौर आए डॉ। प्रवीण तोगडि़या ने कहा कि देश में कहीं भी देश विरोधी नारे नहीं लग सकते, इसलिए जेएनयू की घटना देशद्रोह है। देश में जो भी ऐसा करे उस पर मुकदमा हो और दंड दिया जाए। यहां बात सिर्फ जेएनयू नहीं, भारत विरोधी नारे लगाने की है। असल में यह रोग कश्मीर से ही शुरू हुआ है। हर शुक्रवार वहां दूसरे देश के झंडे फहराए जा रहे हैं। सरकार उन्हें पकड़कर देशद्रोही साबित करे और फांसी दे। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले कश्मीर में आतंकी घटना में पांच सैनिक शहीद हुए। बावजूद इसके वहां के कुछ धर्मस्थलों से आतंकियों के समर्थन का ऐलान हुआ। सैनिकों पर पथराव भी किया गया। उन धर्मस्थलों को सील कर पथराव करने वालों पर भी देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए। मुंबई में केस चलाकर इन्हें भी फांसी दी जाए।
आरक्षण के बाद भी गरीबी बढ़ी
आरक्षण के मुद्दे पर बोले, कोई भी जाति जो आरक्षण ले रही है, उन्हें भी रोजगार नहीं मिल रहा। उन्होंने गुणवत्तायुक्त शिक्षा का अभाव और डॉक्टरी को महंगा बताया। कहा कि आरक्षण है तो भी गरीबी बढ़ी है। देश की आर्थिक नीति पर बोले कि यह अमीर को अमीर, गरीब को गरीब और बेरोजगारी बढ़ाने वाली रही है। बोले, किसानों की जगह सड़कों के लिए धन मिल रहा है।
ताजमहल को बताया गुलामी की निशानी
संसद में कानून बनाकर शीघ्र राममंदिर बनाने का रास्ता साफ किया जाए। उन्होंने ¨हदुत्व के विकास के लिए एजेंडे रखे और ¨हदुओं से एकजुट होने की अपील की। अमरोहा के गजरौला में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ताजमहल समेत कई इमारतों को गुलामी की निशानी बताने वाले प्रदेश सरकार के मंत्री इन इमारतों को गिरा दें। इसके नीचे शिव मंदिर निकलेंगे तो उन्हें ¨हदुओं को सौंप दें।