मेरठ (ब्यूरो)। मानक के अनुसार हर साल 18 जून को मानसून यूपी में एंट्री कर जाता है। जुलाई आते-आते जिले में जलभराव की तस्वीरें भी सामने आने लगती हैं। मगर लगता है कि इस साल भी कैंट के निवासियों को जलभराव की समस्या से दो-चार होना ही पड़ेगा। दरअसल, कैंट में पहले चरण की सीवरेज परियोजना का काम पूरा हो गया है मगर अभी तक क्षेत्र के एक भी दुकान या घर को सीवर लाइन से कनेक्ट नहीं किया गया है। कैंट के इस रवैये के खिलाफ व्यापारी विरोध कर रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि सीवर लाइन से घरों और दुकानों सीवर लाइन से कनेक्ट करने का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाए। व्यापारियों ने इस मामले को लेकर कैंट बोर्ड को पत्र भी लिखा है।

सीवर लाइन से कनेक्ट नहीं
कैंट के आठ वार्ड में सीवर लाइन बिछाने की परियोजना करीब 160 करोड़ रुपए में तैयार हुई थी। वर्ष 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य था। पहले चरण में सीवेज परियोजना का शुभारंभ दिसम्बर 2018 में किया गया था। इसमें वार्ड चार, पांंच और छह के कुछ हिस्सों में सीवर लाइन बिछाई गई थी। करीब नौ किलोमीटर लंबी सीवर इन वार्डो में डाली जा चुकी है। भैंसाली ग्राउंड में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनकर तैयार हो चुका है। मगर अभी तक दुकानों और घरों की सीवर लाइन से कनेक्ट नहीं किया गया है।

प्रारंभिक ट्रायल पूरा
इस पर कैंट बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि प्रारंभिक ट्रायल पूरा कर लिया गया है। अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनधिकृत प्रमाण-पत्र लिया जा रहा है। जल्द ही सीवर लाइन के कनेक्शन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बोर्ड मनोनित सदस्य डॉ। सतीश चंद्र शर्मा ने कहा है कि विकास कार्य को लेकर कैंट बोर्ड में उदासीनता है। इन सारी समस्याओं को देखते हुए कैंट बोर्ड को नगर निगम में शामिल करना ही उचित है। वह इसके लिए जागरुकता अभियान चला रहे है ताकि सभी लोग इसमें सहयोग करें।

क्या कहते हैं व्यापारी
सीवर लाइन का फायदा जब तक जनता को नहीं मिलेगा तब तक इस योजना का क्या फायदा।
अमित बंसल, महामंत्री, सदर व्यापार मंडल

केवल सीवर परियोजना का काम पूरा होने से किसी को कोई फायदा नहीं होने वाला, कनेक्शन होंगे तभी तो लाभ मिलेगा।
सुनील दुआ, अध्यक्ष, सदर व्यापार मंडल

सीवर का मुद्दा जनता के हित से जुड़ा है। इस संबंध में कैंट बोर्ड के अधिकारियों से दोबारा से मुलाकात की जाएगी।
नरेंद्र सिंह, अध्यक्ष, आबूलेन व्यापार संघ

वर्जन
सीवर लाइन कनेक्शन प्रक्रिया शुरू करने के लिए कैंट बोर्ड को लेटर लिखा जा चुका है। बस प्रक्रिया को तेज करने की आवश्यकता है।
राजवीर सिंह, संयुक्त सचिव, आबूलेन व्यापार संघ