- मेरठ कॉलेज में भारत पाक युद्ध 1965 के 50 वर्ष पूरे होने पर 22 इंफैंट्री डिविजन ने संगोष्ठी एवं प्रदर्शनी का हुआ आयोजन
Meerut : युद्ध से हमने क्या पाया है, हमें क्या मिला है और क्या खोया है यह बात सोचने की है। मेरठ कॉलेज में भारत पाक 1965 युद्ध पर संवाद करते हुए बिग्रेडियर एसके सिंह ने उक्त विचारों से आजादी के बाद भारत की भौगोलिक परिस्थितियों पर प्रकाश डाला। कॉलेज में भारत पाक युद्ध 1965 के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 22 इंफैंट्री डिविजन द्वारा प्रायोजित और रक्षा अध्ययन विभाग एवं एडवांस रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर डेवलपमेंट ऑफ सोशल साइंस-एरिडास द्वारा संगोष्ठी और प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। बिग्रेडियर एसके सिंह ने कहा कि 1965 के युद्ध के समय राजनीतिक इच्छा शक्ति प्रबल थी, जबकि सैनिक इच्छा शक्ति मजबूत नहीं थी। फिर भी जिन परिस्थितियों में हम युद्ध लड़े, हमने सफलता पाई। पाक हमसे श्रेष्ठ हथियार रखकर भी पराजित हुआ। इस युद्ध से भारतीय सेना का मनोबल ऊंचा हुआ। वहीं प्रिंसिपल डॉ। एनपी सिंह ने कहा कि 1962 की भारत चीन युद्ध के पराजय के बाद 1965 में भारत पाक युद्ध से भारत विजय इस बात का प्रमाण रही कि भारतीय सेना के हौसले मजबूत है।
युद्ध को विस्तार से कराया अवगत
संगोष्ठी के दौरान सेंटर फॉर साउथ एशियन स्टडीज जेएनयू नई दिल्ली से प्रो। सविता पांडे ने नागरिक पक्ष को रखते हुए कहा कि भारत पाक युद्ध 1965 के बाद आज तक कोई भी सर्वसम्मत स्पष्ट नीति नहीं निर्धारित हो सकी। यही वजह है कि आज भी कश्मीर अनुसलझा मुद्दा है।
पाक को पराजित करने में हैं सक्षम
मुख्य अतिथि मेजर जनरल आरपी सिंह ने कहा कि हम आप को विश्वास दिलाते है कि भारतीय सेना हर स्तर पर पाकिस्तान को पराजित करने में सक्षम है। अंत में छात्रों ने विभिन्न तरह के प्रश्नों के माध्यम से अपनी भ्रांतियों को दूर किया। वहीं कुछ ने अपनी भावनाओं को भी प्रदर्शित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मेजर जनरल आरपी सिंह, जनरल ऑफिसर कमांडिंग 22 इंफैंट्री डिविजन ब्रिगेडियर एसके सिंह, प्रो। सविता पांडे, प्रिंसिपल डॉ.एनपी सिंह आदि मौजूद रहे। इस दौरान सचिव डॉ। संजय कुमार एवं डॉ। अनुराग जयसवाल ने कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान कर्नल शांतनु राव, कर्नल सिद्धार्थ मलिक, डॉ। मो। रिजवान, डॉ। एपी सिंह, डॉ। डीएन सिंह, डॉ। नीरज कुमार व विनय कुमार आदि का सहयोग रहा।
राजनीति की देन है कश्मीर समस्या - रिटायर्ड कर्नल जय सिंह
मेरठ- मेरठ कॉलेज में संगोष्ठी में पहुंचे रिटायर्ड कर्नल जय सिंह ने कश्मीर समस्या को राजनीति की देन बताया। कर्नल जय सिंह 1965 के भारत पाक युद्ध में कैप्टन थे। उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या राजनीति की देन हैं। इस समस्या को 60 सालों से सरकार ने अटकाए रखा है, नहीं तो इसका समाधान हो सकता था। उन्होंने पाक द्वारा बार-बार किए जाने वाले हमलों पर तंज कसते हुए कहा कि पाक सिर्फ संसाधनों का यूज कर उन्हें बर्बाद कर रहा है। जबकि पाक को इस तरफ ध्यान न देकर सबसे पहले अपनी गरीबी को दूर करने व एजुकेशन को बढ़ाने पर पहले प्राथमिकता रखनी चाहिए।