मेरठ,(ब्यूरो)। गौरतलब है कि वर्ष 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में मिली जीत को लेकर स्वर्णिम विजय वर्ष मनाया जा रहा है। इसके तहत उत्तर भारत के दौरे पर निकली स्वर्णिम विजय ज्योति बुधवार को मेरठ कैंट पहुंची थी। गुरुवार को युवाओं के बीच विजय ज्योति को उन्हें प्रेरित करने के लिए ले जाया गया।

बलिदान का प्रतीक

कैंप कमांडेंट कर्नल पंकज साहनी ने कहा कि स्वर्णिम विजय ज्योति विजय और बलिदान का प्रतीक है। यह स्वर्ण जयंती हमें गौरव का एहसास दिलाती है।

कैप्टन अक्षय पांडे और उनकी टीम ने कर्नल पंकज साहनी को स्वर्णिम विजय ज्योति सौंपी। कैडेट्स ने गार्ड आफ ऑनर दिया।

कार्यक्रमों ने मन मोहा

22 यूपी गल्र्स बटालियन एनसीसी कैडेट और आइआइएमटी यूनिवर्सिटी के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन कैंप एजुडेंट कैप्टन डा। अंजुला राजवंशी ने किया। आइआइएमटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डा। हृदय शंकर व अध्यक्ष योगेंद्र मोहन गुप्ता ने एनसीसी कैडेट्स का उत्साहवर्धन करते हुए उनके कार्य, लगन व प्रयास की सराहना की। कार्यक्रम के समापन के क्रम में कैंप कमांडेंट कर्नल पंकज साहनी ने वाइस चांसलर व अध्यक्ष का आभार जताया। यह स्वर्णिम विजय ज्योति नौ दिसंबर तक मेरठ छावनी में रहेगी।