स्कूल खुलने को लेकर बच्चों में जबरदस्त उत्साह
पेरेंट्स से लिया जा रहा कंसेंट लेटर
Meerut। कई महीनों की स्कूल बंदी के बाद मंगलवार से 6वीं से 8वीं तक के स्कूल खुलने जा रहे हैं। पहले सोमवार से स्कूल खुलने थे, लेकिन सरकारी अवकाश घोषित होने के चलते अब 24 अगस्त से स्कूल खुल सकेंगे।
बच्चों में क्रेज
इसको लेकर जहां बच्चों में जबरदस्त क्रेज है। स्कूलों में भी बच्चों का बेसब्री से इंतजार है, वहीं पेरेंट्स के मन में अभी भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर डर बना हुआ है। हालांकि, स्कूलों की ओर से बच्चों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जा रहे हैं।
लिए जा रहे कंसेंट
बच्चों को बुलाने से पहले स्कूलों की ओर से पेरेंट्स से कंसेंट लिए जा रहे हैं। पेरेंट्स की सहमति मिलने के बाद ही बच्चों को स्कूल बुलाया जा सकेगा। सिर्फ वहीं बच्चे स्कूल आ सकते हैं जिनके पेरेंट्स ने अनुमति दी है.अगर पेरेंट्स की अनुमति नहीं होती है तो स्कूल बच्चों को नहीं बुला सकेंगे। हालांकि, शासन की ओर से जारी गाइडलाइन में ऑनलाइन क्लास का विकल्प नहीं दिया गया है। ऐसे में सभी स्कूल इसे लेकर अपनी-अपनी व्यवस्थाएं कर रहे हैं।
इन नियमों का होगा पालन
यदि स्कूल में कोई स्टूडेंट्स कोरोना पॉजिटिव निकलता है तो स्कूल चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
स्टूडेंट्स को हैंड वॉश, सेनेटाइजेशन के बाद ही स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा। आने-जाने पर मेन गेट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूरी होगा।
एक साथ सभी क्लास की छुट्टी नहीं होगी।
स्कूलों में अगर एक से ज्यादा एंट्री प्वाइंट हैं तो उन्हें यूज किया जाएगा।
स्कूली बस या ट्रांसपोर्ट को सेनेटाइज किया जाएगा।
स्कूलों में स्टाफ और सफाई कर्मचारियों को गल्व्ज, फेस कवर, मास्क, हाथ धोने का साबुन आदि उपलब्ध कराया जाएगा।
स्टूडेंट्स को लंच, मास्क, स्टेशनरी या कुछ भी शेयर नहीं करने दिया जाएगा।
किसी भी बाहरी विक्रेता को स्कूल परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
यदि बच्चे कोविड से संबंधित निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं तो पेरेंट्स को तुरंत जानकारी दी जाएगी।
बच्चों को कोविड से संबंधित प्रोटोकॉल समझाएं और अनुपालन करने के लिए प्रेरित करें।
स्कूलों में सोशल डिस्टेंस, सेनेटाइजर, मास्क का पालन अनिवार्य रूप से हर स्तर पर किया जाएगा।
स्कूल में बच्चों, स्टाफ, टीचर्स को पूरे समय मास्क पहनना जरूरी होगा।
अगर किसी स्टूडेंट, टीचर या स्टाफ को खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण हो तो उन्हें प्राथमिक उपचार देने के लिए घर वापस भेज दिया जाएगा।
स्टूडेंटृस के बीच में 6 फीट की दूरी जरूरी होगी।
ये बोले पेरेंट्स
स्कूल खोला जाना बहुत ही अनिवार्य हैं। वैक्सीन आ चुकी है और इसके नतीजे भी सही हैं। बच्चे वापस प्लेटफॉर्म पर आएंगे। स्कूल खुलने के साथ ही पेरेंट्स की तैयारी भी शुरू हो गई है।
दीपा, पेरेंट
हमें बच्चों के साथ साथ उसकी पढाई के बारे म ं भी सोचना है। स्कूलों में सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। स्कूल बंद होने की वजह से बच्चों का रूटिन बिगड़ गया था।
नमिता, पेरेंट
बच्चों के लिए पढ़ाई जरूरी है। स्कूल जाने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। इसमें स्कूल भी अपनी तरफ से पूरा प्रबंध करेगा।
एकता, पेरेंट
स्कूल खुलेंगे तो बच्चों की सोशलाइजिंग होगी। ऑफलाइन में पढ़ाई की क्वालिटी बेहतर होती है। हालांकि थोड़ा से रिस्की है लेकिन फिर भी स्कूल खुलने जरूरी है।
ख्याति, पेरेंट
बच्चों को वापस देखने के लिए स्कूल पूरी तैयारी कर रहे हैं। हर तरह से प्रबंध किए जा रहे हैं। शासन के निर्देशों को ध्यान में रखकर ही स्कूलों को खोला जाएगा।
राहुल केसरवानी, सहोदय अध्यक्ष
हमारी तैयारी पूरी है। पूरे एहतियात और पेरेंट्स के कंसेंट के बाद भी स्कूल को खोला जा रहा है।
अनुज शर्मा, डायरेक्टर, सत्यकाम इंटरनेशनल स्कूल
सब तैयारी हो चुकी है। बच्चों के वेलकम के लिए स्कूल तैयार है। गाइडलाइन का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
आशिम कुमार दूबे, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल