मेरठ ब्यूरो। मुख्य संरक्षक गोपाल अग्रवाल के कार्यालय पर आयोजित बैठक में सदस्यों ने कई आंकड़े रखे। इस दौरान महामंत्री घनश्याम मित्तल ने बताया कि अकेले मेरठ जनपद में 30 करोड़ प्रति माह का व्यापार मेडिकल स्टोर से पृथक डॉक्टरों द्वारा सीधी दवा देने की विधि से किया जा रहा है। जिसमें सरकार को लगभग 3 करोड़ रुपए प्रतिमाह की राजस्व की क्षति हो रही है।
उठाए कई सवाल
उन्होंने कहा कि ऐसे में यदि व्यापार दवा के लाइसेंस शुदा व्यापारी के मार्फत किया जाता तो जीएसटी सरकार को मिलता तथा व्यापारी का व्यापार बचा रहता। अकेले मेरठ में 500 ऐसी कंपनियां है जो डॉक्टरों को सस्ती दर पर दवाई देती है जिसे डॉक्टर 10 गुना रेट पर बिना लिखत- पढ़त के मरीज को बेच देता है। एसोसिएशन के महासचिव घनश्याम मित्तल ने बताया कि ऑनलाइन का विरोध पूरे उत्तर प्रदेश में प्रारंभ हो गया है। 13 फरवरी के सम्मेलन में आवाज गूंजेंगी।
बनाई कमेटियां तैयारियां शुरु
सम्मेलन के विभिन्न उत्तरदायित्व को कमेटियां बनाकर कार्यकारिणी के सदस्यों को सौंप दिया गया। सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष दिवाकर सिंह एवं महामंत्री सुधीर अग्रवाल शामिल होंगे। होल सेलर एंड रिटेलर केमिस्ट एसोसिएशन की कार्यकारिणी के पदाधिकारी व सदस्य इंद्रपाल सिंह, घनश्याम मित्तल, राजेश अग्रवाल, राजेश कुमार सिंह, विकास मित्तल, अरुण शर्मा, नितिन गुप्ता, राम अवतार तोमर आदि कस्बों- तहसीलों के बाजारों में सामूहिक रूप से प्रचार के लिए जाएंगे।