मेरठ (ब्यूरो)। शहर में लगातार बढ़ रहे बंदरों के आंतक पर लगाम कसने के साथ बंदरों को शहर से भगाने के लिए नगर निगम और वन विभाग संयुक्त रूप से एक नया एक्सपेरिमेंट करने जा रहा है। इस एक्सपेरिमेंट के तहत शहर में जगह-जगह लंगूर के मूवेबल और बड़े-बड़े थ्री डी कटआउट लगाए जाएंगे।

मूवेबल और थ्री डी लंगूर
वन विभाग ने शहर में एक दर्जन से अधिक नर्सरी और बंदरों से अधिक प्रभावित क्षेत्रों में भवनों के ऊपर कटआउट लगाकर एक्सपेरिमेट शुरू कर दिया है। जिसके तहत कुछ जगहों पर वन विभाग को उम्मीद के अनुसार न केवल बंदरों का रिएक्शन दिखा बल्कि बंद इन कटआउट को देखकर भाग खड़े हुए। मगर अधिकतर जगह पर कटआउट को सही से लगाने में कुछ कमी रही, जिसके चलते बंदरों पर इनका कोई असर नहीं पड़ा। कई जगह हवा से कट आउट गिर गए। इसके बाद अब वन विभाग मूवेबल, डबल साइड और थ्री डी कटआउट लगाने की योजना बना रहा है। इसके लिए नए कट आउट अपडेट कर अधिक प्रभावित इलाकों में प्लेस किए जाएंगे।

कटआउट से बढ़ेगा खौफ
दरअसल, शहर में साल दर साल बंदरों की संख्या बढ़ती जा रही है। बंदरों को पकडऩे के लिए नगर निगम और वन विभाग के प्रयास हर साल विफल हो रहे हैं। इस साल भी मथुरा की टीम को बंदरों को पकडऩे के लिए बुलाया गया था लेकिन बंदर उनके झांसे में नहीं आए। ऐसे में अब वन विभाग ने लंगूरों के बड़े-बड़े कटआउट लगाकर बंदरों को डराने का प्रयास शुरू किया है।

प्रतिबंधों से अभियान फेल
दरअसल, बंदरों को पकडऩे के लिए वन विभाग द्वारा हर साल नगर निगम को अनुमति लेनी पड़ती है। इसके बाद तीन दर्जन से अधिक प्रतिबंधों के साथ बंदर पकडऩे की प्रक्रिया को नगर निगम पिछले दो साल से पूरा करने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए हर साल की तरह इस साल भी मथुरा की टीम को बंदरों को पकडऩे के लिए बुलाया गया था लेकिन बंदर उनके झांसे में नहीं आए। हालांकि जो भी बंदर पिंजरे के अंदर फंसे, उन्हें शिवालिक की पहाडिय़ों में छोड़ दिया गया।

वर्जन
लंगूरों को देखकर बंदर भाग जाते है इसलिए यह एक एक्सपेरिमेंट शुरू किया गया है। इसमें हमने कुछ जगह लंगूरों के बड़े-बड़े थ्री डी कटआउट लगाए थे जिसको देखकर बंदर भागे भी। अब इन कटआउट को मूवेबल और डबल साइड बनाकर नए सिरे से लगाया जाएगा।
राजेश कुमार, डीएफओ