मेरठ ब्यूरो। बेटियां फाउंडेशन की ओर से शास्त्रीनगर में माताओं को मजबूत बनाने के लिए कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें ना सिर्फ महिलाओं ने अपनी बेटियों की सुरक्षा की चर्चा की गई। बल्कि परिवार को सुखद बनाने के लिए सास बहू की भूमिका क्या है। उन्होंने महिलाओं को बताया कि बहू को बेटी मानों तो ही हमारा परिवार समृद्धशाली बनेगा। साथ ही परिवार में शांति होगी। इसके साथ ही बहुओं ने भी अपनी सास की तारीफ में कई बातें कहीं।
एक दूसरे का सम्मान करें
संस्था की अध्यक्ष अंजू पांडे ने कहा कि इस तरह यदि हर घर में एक दूसरे का सम्मान किया जाए। तो आने वाली हर पीढ़ी खुशहाल साबित होगी। क्योंकि आज अपनी शिक्षा से जिस तरह बेटियां आसमान छू रही हैं। उसी तरह अपराधों का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। इसके लिए जरूरी है परिवार के सदस्य एक दूसरे को समझें।
माफ करना सीखे
कार्यक्रम संयोजिका उपाध्यक्ष डॉ। क्षमा चौहान ने बताया कि ऐश्वर्य से बढक़र रिश्ते होते हैं। माफ करना बदला लेने से अच्छा चरित्र है। उन्होंने कहा कि हम माताओं को देवी मां की शक्ति मिली है जिसको हमें पहचानना है और अपने परिवार को बच्चों के सर्वागीण विकास में संस्कार देकर उनका जीवन बनाना है।
बच्चों को गिफ्ट दिए
इस अवसर पर कुसुम मित्तल, सुधा अरोड़ा ने कन्याओं का जन्मोत्सव मनाया। उन्होंने कहाकि बेटी बेटे में समानता के लिए कन्या जन्म उत्सव मनाना चाहिए। तभी हमें समानता का अधिकार मिलेगा। इसके साथ ही सभी छोटे-छोटे बच्चों को संस्था के सभी सदस्यों को गिफ्ट दिए। इसमें शशि बाला सचिव शिव कुमारी गुप्ता अर्चना विनीता तिवारी बबीता, सरोज दुबे आदि का भरपूर योगदान रहा।