मेरठ (ब्यूरो)। मंगलवार को शहर के विभिन्न मैदानों में पुतला दहन किया गया। वहीं शहर के विभिन्न चौराहों पर व कालोनियों में भी पुतला दहन का इंतजाम किया गया। मेरठ श्री रामलीला कैंट कमेटी द्वारा भैंसाली ग्राउंड में आयोजन किया गया। रामलीला के प्रसंग में श्रीराम व नारांतक का भीषण युद्ध व नारांतक वघ व रावण का स्वयं युद्ध में जाना व श्रीराम व रावण का युद्ध रावण के सिर व हाथ कटने पर पुन आ जाने का कारण विभीषण ने श्रीराम को बताया कि रावण की नाभि में अमृत है तो श्रीराम ने नाभि में तीर मारा।तब रावण द्वारा धर्म उपदेश व रावण वध की आदि की लीला का आकर्षक मनमोहन मंचन हुआ हनुमान जी को ड्रोन के माध्यम से आकाश में वैशाली के चारों ओर उड़ता हुआ दिखाया गया। लीला का मंचन श्री राम कला केंद्र द्वारा प्रशिक्षित श्री काया कला केंद्र के कलाकारों ने मोनो एक्टिंग लाइट एंड साउंड के माध्यम से किया तथा आधुनिक 3डी एलईडी जो स्टेज पर लगाई हुई है। उन पर पीछे मंच पर अभिनीत दृश्य के अनुरूप दृश्य दिखाए गए। इस अवसर पर 130 फूट का रावण का पूतला फूंका गया। इस अवसर पर अध्यक्ष पवन गर्ग महामंत्री गणेश अग्रवाल को सदस्य विजय गोयल बिजी मुख्य संयोजक विवेक रस्तोगी सुरेंद्र सिंधु सुमित गोयल सुरेंद्र गुप्ता डॉ। नितिन गर्ग आदि उपस्थित रहे।
जय श्री राम के लगे नारे
श्री सनातन धर्म रक्षिणी सभा पंजीकृत मेरठ शहर के तत्वधान में श्री रामलीला कमेटी पंजीकृत मेरठ शहर द्वारा दिल्ली रोड स्थित रामलीला मैदान में सम्पूर्ण श्री राम लीला के मंचन के पश्चात राम-रावण युद्ध का लीला मंचन व विशालकाय दशानन दहन किया गया। इसमें 120 फूट का रावण दहन किया गया। रावण दहन के पश्चात 2 घंटे से अधिक समय तक आतिशबाजी होती रही। आसमान में रंग-बिरंगे पटाखों की रोशनी से संपूर्ण मेरठ शहर जगमगा गया, 10,000 पटाखों वाली लड़ी का भरपूर आनंद वहां मौजूद बच्चों व जनता ने उठाया। कार्यक्रम में संदीप गोयल रेवड़ी, अजीत शर्मा, सचिन गोयल, अजय अग्रवाल, हर्षित गुप्ता, अपर मेहरा, आदेश कुमार लोहे वाले, प्रदीप कुमार गर्ग भट्टे वाले, मनोज अग्रवाल दवाई वाले, हर्षित गुप्ता, रचित गुप्ता, सुशील आदि मौजूद रहे। वहीं रजबन रामलीला कमेटी की ओर से भव्य दशहरा का उत्सव मनाया गया। बड़े बाजार स्थित राधा कृष्ण मंदिर से राम और रावण की सवारी निकाली गई एस हमारी पूरी रिटर्न में जाओ तो अजमेर छोटा बाजार बड़ा बाजार टंडेलवाल से निकल गई।पूरे रास्ते राम और रावण का युद्ध होता रहा अंत में राम और रावण की सवारी मेला स्थल पर पहुंची यहां पर रावण और राम की तीर से धनुष से और तलवारों से भयंकर युद्ध हुआ और अंत में और अंत में रावण का वध हो गया और अंत में रावण का वध हो गया वध हो गया और हनुमान जी ने मां पर खड़े हुए रावण और मेघनाथ के को पूतलो को को आपके हवाले कर दिया। इस दौरान वहां पर मेले में भारी भीड़ उपस्थित रही।
दशहरा पर किया हवन
हर वर्ष की तरह दशहरा के अवसर पर मंगलवार को नौ बलिदानियों की याद में गगोल तीर्थ में शहीद स्तम्भ पर बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे। इस दौरान हवन का आयोजन किया गया। शहीद स्तंभ पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर, जिला पंचायत सदस्य गुड्डू चपराना, सौदान ङ्क्षसह, राजकुमार ङ्क्षसह, ओमकार ङ्क्षसह, धूम ङ्क्षसह आदि उपस्थित रहे।