मेरठ (ब्यूरो)। मेडिकल कॉलेज में सड़क दुर्घटना में घायल और आपातकालीन स्थिति से ग्रसित मरीजों के लिए इलाज को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान डॉ। लडी मिश्रा ने वर्क प्लान इंप्लीमेंटेशन ऑफ वर्किंग ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन डिपार्टमेंट एंड ट्रॉमा विषय पर विचार रखे।

हर स्थिति से निपटने में सक्षम
उन्होंने बताया कि इमरजेंसी मेडिसिन विभाग या आपातकालीन विभाग में मेडिसिन, सर्जरी, अस्थि रोग, रेडियोलॉजी, पैथोलॉजी, पीडियाट्रिक्स एवं स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के चिकित्सक संयुक्त प्रयास से सड़क दुर्घटना में दुर्घटनाग्रस्त या किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से ग्रसित गंभीर मरीजों का इलाज कर सकते हैं। डॉ। मिश्रा ने बताया कि एनेस्थीसिया विभाग, इमरजेंसी मेडिसिन डिपार्टमेंट एवं एनेस्थीसिया विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ। सुभाष दहिया के प्रयास से इमरजेंसी सुविधाओं को आम जनमानस तक प्रचारित प्रसारित करते हुए लाभ पहुंचाते रहना चाहिए। मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी विभाग में कुछ मामूली परिवर्तन की आवश्यकता है जिसको करने के पश्चात मेडिकल कॉलेज का ट्रामा सेंटर एवं आपातकालीन विभाग पश्चिम उत्तर प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ चिकित्सक लाभ पहुंचाने वाला ट्रामा सेंटर स्थापित हो सकता है।

जल्द मिलेगा ट्रीटमेंट
मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डॉ। आरसी गुप्ता ने बताया कि आपातकालीन विभाग को अब इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में परिवर्तित कर दिया गया है। यदि कोई मरीज आपातकालीन विभाग में आता है तो उसे सर्वप्रथम ट्राइज एरिया में ईएमओ एवं एनसथीसिया के डॉक्टर देखेेंगे। उसके बाद संबंधित सर्जरी, मेडिसिन एवं अस्थि रोग विभाग में आरक्षित आपातकालीन विभाग स्थित बेड पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। इससे मरीज के इलाज को गति मिलेगी एवं दुर्घटना में घायल मरीजों के जीवन को बचाने में सहायता मिलेगी।

आईसीयू की भी सुविधा उपलब्ध
मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ। वीडी पांडे ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग सहित ट्रामा सेंटर को मिलाकर कुल 85 बेड उपस्थित है जिसमें गंभीर रूप से चोटिल एवं गंभीर रोग से ग्रसित मरीजों का इलाज किया जाता है। इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में ट्रामा आईसीयू की भी सुविधा उपलब्ध है। जिससे दुर्घटना में गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त मरीजों के भी इलाज की सुविधा उपलब्ध है।

ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर डॉ। श्याम सुन्दर लाल, डॉ। धीरज राज, डॉ। सुभाष दहिया, डॉ। रचाना चौधरी, डॉ। संदीप मालयान, सभी विभागों के विभाग अध्यक्ष, संकाय सदस्य, सीनियर रेजिडेंट चिकित्सक, जूनियर रेजिडेंट चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, कर्मचारी गण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।