दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने ओलंपिक में रेस वॉक में प्रतिभाग करने जा रहीं प्रियंका गोस्वामी से की बात
प्रियंका बोलीं, कोच, माता-पिता से कहा है कि टेंशन मत लेना मैं जीतकर आउंगी
Meerut। टोक्यो ओलंपिक में मेरी जो बहनें क्वालीफाई नहीं कर पाई, उनके लिए मुझे दुख है। मगर इस सबके बाद भी मैं नर्वस नहीं हूं, यह बात टोक्यो ओलंपिक में रेस वॉक स्पर्धा में भाग लेने गई प्रियंका गोस्वामी ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से फोन से बातचीत के दौरान कही।
भरपूर प्रयास करूंगी
प्रियंका ने कहा कि, उन्होंने माइंड सेट कर लिया है और वो खेल में अपना बेस्ट देंगी। प्रियंका ने कहा कि मैं अपने देश और अपने साथी खिलाडि़यों के लिए खेलूंगी, जो हासिल करने से वो चूक गए, उसे हासिल करने का मैं भरपूर प्रयास करूंगी। छह अगस्त को सुबह साढ़े चार बजे प्रियंका गोस्वामी का रेस वॉक का मैच है।
निर्भीक होकर खेलना
प्रियंका ने बताया कि, वो अपनी प्रैक्टिस परफोकस कर रही हैं। साथ ही अपने कोच गौरव त्यागी से लगातार टच में हैं। प्रियंका ने बताया कि गौरव सर मुझे अपनी बहन की तरह ट्रीट करते हैं। इसलिए मैं उन्हें भईया कहकर ही बुलाती हूं। जब भी गेम में कोई प्रॉब्लम आती है तो मैं उनसे ही सॉल्यूशन पूछती हूं। मैंने उनसे भी कहा है कि आप टेंशन मत लेना, मैं जीतकर ही आऊंगी। प्रियंका ने बताया कि गौरव भैया ने कहा कि डरना नहीं बस निर्भीक होकर खेलना, हमें यकीन है कि तुम जीत जीओगी।
घर पर हुई है बात
प्रियंका ने बताया कि अभी कल ही पिता मदनपाल गोस्वामी व मां से भी उनकी बात हुई थी। उन्होंने बताया कि मां का कहना था कि मेडल की चिंता में नर्वस मत होना, बस जैसे खेलती हो वैसे ही खेलना। प्रियंका ने बताया कि पिता ने कहा कि तुम अपने तरीके से खेलना, जो होगा देखा जाएगा।
14वीं रैंक मिली, क्वालीफाई से चूकीं अन्नू
भारत की अन्नू रानी टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई और मंगलवार को वह 54.04 मीटर के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ 14वें स्थान पर रहीं। अन्नू ने 14 खिलाडि़यों के ग्रुप ए में 50.35 मीटर भाला फेंककर शुरुआत की और अपने दूसरे प्रयास में 53.19 मीटर की दूरी तय की। 29 वर्षीय एथलीट को 12 खिलाडि़यों के फाइनल में जगह बनाने के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करने की जरूरत थी, लेकिन वह 63 मीटर की क्वालीफिकेशन डिजिट तक के करीब नहीं पहुंच पाईं। अन्नू का बेस्ट प्रदर्शन 63.24 मीटर है, जो उन्होंने इस साल फेडरेशन कप में हासिल किया था।
मेरठवासियों को थी आस
मेरठ के बहादुरपुर गांव की निवासी अन्नू रानी का वर्ल्ड रैंकिंग के आधार पर टोक्यो ओलिंपिक गेम्स के लिए चयन हुआ था। टोक्यो पहुंच अन्नू रानी अपने प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त थीं। मगर जैवलिन थ्रोअर अन्नू रानी फाइनल में 14वें स्थान पर रहीं। मेरठवासियों का कहना है कि अन्नू बेहद प्रतिभावान हैं और टोक्यो ओलिंपिक से मिले अनुभव के आधार पर वह आगे बढ़ेगीं। अन्नू के किसान पिता अमरपाल कहते हैं कि बेटी मेडल नहीं ला पाई कोई बात नहीं हमें उसका मोरल डाउन नहीं करना चाहिए। वो बेहतर खेली है, और उसकी मेहनत आगे रंग लाएगी।
अन्नू रानी की खास उपलब्धियां
2014 एशियाई गेम्स में कांस्य
2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रतिभागी रहीं
2015 में एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य
2017 में एशियाई चैंपियनशिप में रजत
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में फाइनल प्रतिभागी रही