मेरठ (ब्यूरो)। मेरठ जिले में हर साल की तरह इस साल भी बेसिक शिक्षा विभाग ने गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ अभियान चालू कर दिया गया है। अब जनपद के सभी ब्लॉक के गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की सूची बनाकर नोटिस भेजने की तैयारी की है। ऐसा शासन के निर्देशों पर ही किया जा रहा है। बता दें कि मेरठ से ऐसे करीब चार सौ स्कूलों की सूची तैयार कर की गई है जो शासन को भेजी जाएगी।
800 स्कूलों का हो चुका सर्वे
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से गैर मान्यता वाले स्कूलों का सर्वे किया जा रहा है। जनपद में 12 ब्लॉक हैं और इनमें टोटल 11 सौ स्कूल हैं जो मान्यता लेकर चल रहे हैं। इसके अलावा 14 स्कूल ऐसे हैं जो सरकारी तौर पर चल रहे हैं। लेकिन ये सर्वे उन स्कूलों पर किया गया जो प्राइमरी लेवल पर बिना मान्यता के चलाए जा रहे हैं। इन स्कूलों का मान्यता का पता सर्वे करने के बाद पता लगा है। बता दें कि अभी तक आठ सौ स्कूलों का सर्वे हो चुका है। इनमें चार सौ स्कूल गैर मान्यता से चल रहे हैं। जो प्राइमरी लेवल के व प्री नर्सरी लेवल तक के हैं।
ये नियम नहीं हैं पूरे
- स्कूलों का नाम बेसिक शिक्षा विभाग में रजिस्ट्रर्ड नहीं है
- स्कूलों की बिल्डिंग के नक्शे की एमडीए से एनओसी नहीं है
- स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए पूरे रूम नहीं हैं, पर कागजों में दिखाए गए हैं।
- कई ऐसे स्कूल हैं। जिनको केवल प्री नर्सरी की मान्यता है और वो पांचवी तक पढ़ा रहे हैं।
- स्कूलों में टीचर नहीं हैं। यदि हैं भी तो उनकी योग्यता नहीं है।
बंद हो सकते हैं स्कूल
बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेश कुमार ने बताया कि गैर मान्यता वाले स्कूलों की सूची बनाई जा रही है। लगातार सर्वे किया जा रहा है। सर्वे में सामने आ रहा है कि कुछ स्कूल जो गलियों में चल रहे हैं। उनकी मान्यता प्राप्त नहीं है। ऐसे स्कूलों को बंद करने की तैयारी है। फिलहाल उनको नोटिस भेेजे जा रहे हैं। शासन को इनकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। स्कूलों को बंद करने से पहले बच्चों को मान्यता वाले स्कूलों में ट्रांसफर करने के लिए भी प्रक्रिया की जाएगी। इसके लिए शासन को पत्र लिखा गया है।