मेरठ (ब्यूरो)। सीसीएसयू व उससे जुड़े कॉलेजों के दीक्षांत समारोह में मेधावियों को मिलने वाले पर अब श्री, श्रीमती व जी भी नही लगेगा। इस सर्टिफिकेट के दो हिस्से होंगे। इसमें पहला हिंदी और दूसरा हिंदी में होगा। मेधावियों को अब हर जगह मेडल दिखाने की जरुरत नहीं पड़ेगी, बल्कि सर्टिफिकेट ही इसका प्रमाण देगा। यूनिवर्सिटी के सर्टिफिकेट ही इसका प्रमाण भी देंगे।
स्वर्गीय शब्द का प्रयोग नहीं
वहीं स्वर्गीय शब्द को भी प्रयोग नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही इस बार मेडल में इस बार पीले व लाल कलर से लिखने का फैसला किया गया है। शब्दों को उभरा हुआ भी बनाया जाएगा।
उभरे शब्द होंगे फायदेमंद
दरअसल उभरे हुए शब्द देखने में अच्छे लगते हैं। इसलिए इसबार उभरे हुए शब्दों को लिखा जाएगा। वहीं इस बार सर्टिफिकेट पर किसी के आगे स्वर्गीय, श्री, श्रीमती, जी आदि का प्रयोग किया गया। इसके अलावा इसबार सर्टिफिकेट पर भी किसी के नाम के आगे कुमारी कुमार शब्द का भी प्रयोग नहीं होगा।
गल्र्स पहनेंगी मैरून साड़ी
इस बार गल्र्स की डे्रसकोड पर चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि मैरून या फिर ब्राउन साड़ी का कलर रखा जाए या फिर सूट दोनों में से कोई हो सकता है, सूट होता है तो उस पर जैकेट भी होगी, अगर साड़ी होती है उसपर भी जैकेट या कोट होगा। हालांकि अभी क्लियर नहीं है लेकिन इसको लेकर मीटिंग में चर्चा की जा चुकी है कि रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि फिलहाल भारतीय संस्कृति की झलक इस समारोह में देखने को मिलेगी तय है, इसके लिए तिरंगे वाला हैंडबैंड भी पहनना होगा।
क्रीम जैकेट व गोल्डन पटका
समारोह में प्रोवीसी प्रो। वाई विमला ने बताया कि सभी अतिथियों को क्रीम जैकेट पहननी होगी, वहीं मुख्य अतिथि व अतिथि गोल्डन, सिल्वर वीसी, रजिस्ट्रार को चॉकलेट कलर का पटका पहनना होगा।