शासन के निर्देशों के बाद प्रमुख मंदिरों में शुरू हुई कांवड़ यात्रा की तैयारियां

मंदिर समितियों ने बैठक कर कोविड प्रोटोकॉल के तहत तैयार किए कई दिशा निर्देश

नहीं बजेगा घंटा, चढ़ेगा कुंड में जल

Meerut। सीएम योगी के निर्देशों के बाद प्रशासन ने जहां कांवड़ यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। तो वहीं दूसरी ओर शहर के मंदिरों में भी कोविड गाइडलाइन के तहत विशेष तैयारियां हो रही हैं। इस बार भी मंदिरों में दर्शनों के दौरान श्रद्धालुओं के लिए कुछ बंदिशें रहेंगी इसको लेकर धार्मिक संस्थानों से जुड़ी संस्थाएं बैठक करने में जुटी हैं।

तैयारियों में आई तेजी

शासन के निर्देश के बाद मंदिरों में कांवड यात्रा की तैयारियों में तेजी आ गई है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इनमें श्रद्धालु के लिए प्रमुख मंदिरों में घंटा बजाने को बैन करने पर विचार किया गया है। इसके साथ ही भीड़ को कम करने के मकसद से श्रद्धालु गर्भगृह में भी प्रवेश नहीं कर सकेंगे। इसको लेकर मंदिरों में विशेष तौर पर तैयारियां मुकम्मल की जा रहीं हैं। मंदिरों में कोविड की गाइडलाइन का पूरा ख्याल रखा जाएगा। शहर में औघड़नाथ मंदिर, श्री विल्वेश्वरनाथ मंदिर, दिल्ली रोड बाबा नागेश्वरनाथ मंदिर सहित विभिन्न मंदिरों में तैयारियां शुरु कर दी गई है।

तैयारियों पर चर्चा

आगामी 25 जुलाई से श्रावण मास का शुभारंभ हो रहा है। साथ ही इसी दिन से कांवड़ यात्रा का भी शुभारंभ होगा। इसको देखते हुए श्री बाबा औघड़नाथ मंदिर समिति के सदस्यों की बैठक की गई। इस दौरान कोविड गाइडलाइन के तहत सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने पर चर्चा की गई। इसके साथ ही कोविड संक्रमण के तहत होने वाले रुद्राभिषेक पर मंथन किया गया। मंदिर में दर्शन और अभिषेक को लेकर आयोजित हुई मीटिंग में समिति के सदस्यों व पुजारियों को भी शामिल किया गया।

कुंड में करेंगे जलाभिषेक

समिति के महामंत्री सतीश सिंघल ने बताया कि पिछले साल कोविड के कारण कांवड़ यात्रा का आयोजन नहीं हो पाया था, लेकिन इस बार श्रद्धालुओं को कुंड में जलाभिषेक कराकर पाइप के माध्यम से गर्भगृह में जल पहुंचाया जाएगा। श्रद्धालुओं को गर्भग्रह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही मंदिर में घंटा बजाना मना होगा। मंदिर में मास्क पहनकर ही प्रवेश दिया जाएगा।

मास्क पहनकर ही एंट्री

वहीं श्री विल्वेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी हरिश्चंद जोशी ने बताया कि मंदिर में घंटा बजाना मना कर दिया गया है। जल को भी किसी बड़े कुंड के माध्यम से ही चढ़वाने का विचार किया जा रहा है। मंदिर में बिना मास्क वालों को एंट्री नहीं दी जाएगी।

होगा सेनेटाइजेशन

नागेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी अरुण ने बताया कि मंदिर में घंटा बजाना मना कर दिया गया है, मंदिर में जल भी एक बड़े कुंड में करवाया जाएगा। उसका अभिषेक मंदिर की ओर से किया जाएगा। बिना मास्क वालों को एंट्री नहीं दी जाएगी। मंदिर में प्रवेश के समय सेनेटाइजेशन की व्यवस्था होगी।

ये दिए गए दिशा-निर्देश

मंदिर परिसर में घंटा नहीं बजा सकेंगे श्रद्धालु

मंदिर के बाहर एक कुंड में कराया जाएगा जलाभिषेक

गर्भगृह में श्रद्धालुओं को नहीं दिया जाएगा प्रवेश

मास्क पहनकर ही मंदिर परिसर में होगी एंट्री

मंदिर परिसर के बाहर सेनेटाइजेशन की होगी व्यवस्था