बारिश के चलते 7 बिजलीघरों की लाइन में हुए फॉल्ट से रहा पावर कट
बारिश से शहर के एक्यूआई में आई 88 पाइंट की गिरावट
Meerut। गुजरात में पहुंचे ताउ ते तूफान असर मेरठ में भी बुधवार को देखा गया। दिनभर हवाओं के साथ रुक रूक कर बारिश होती रही और शहर के लोगों को काफी हद तक गर्मी से निजात मिल गई। दिनभर रुक रु क कर हो रही बरसात के कारण शहर में जगह जगह जलभराव हो गया। वहीं बरसात के कारण पावर कट का सिलसिला भी दिनभर चलता रहा है। हालांकि बरसात तेज नही थी, लेकिन बरसात के पानी ने शहर में आधा दर्जन से अधिक बिजली घरों की मेन लाइन में फाल्ट कर दिए। जिन्हें सही करने में बिजली विभाग देर रात तक जुटा रहा। वहीं देखा जाए तो इस विनाशकारी तूफान के कारण जहां गुजरात और महाराष्ट्र के समुद्र तटों पर तबाही आ गई। वहीं इसने एनसीआर के शहरों में प्रदूषण स्तर को सुधार दिया।
गर्मी से मिली राहत
ताउ ते तूफान का असर मंगलवार को शहर में दिखाई देना शुरु हुआ। मंगलवार से शुरु हुई बारिश बुधवार को जारी रही। शहर में कहीं तेज तो कहीं धीमी बारिश का शहर के लोगों ने लुत्फ उठाया। लॉक डाउन के कारण घर में बंद लोग घरों की छतों पर बरसात और ठंडी हवाओं का मजा लेते रहे। इस बरसात ने शहर के तापमान में एकदम से गिरावट ला दी। मंगलवार को जहां शहर में दिन का तापमान 30 से 32 डिग्री था वहीं बुधवार को तापमान घटकर 23 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं मौसम विभाग की मानें तो यह रात का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री तक जाने की संभावना है। बरसात से तापमान मे आई कमी ने शहर में लोगों के घरों के एसी कूलर बंद करा दिए।
पावर सप्लाई हुई ठप
बरसात भले ही तेज ना हुई हो लेकिन इस बरसात के कारण शहर के लोगों को दिनभर पावर कट की समस्या से जूझना पड़ा। बिजली के तारों पर दिनभर गिरते पानी ने जगह जगह फाल्ट कर दिए। इसके कारण शहर के सात प्रमुख बिजलीघर रंगोली, लिसाडीगेट, नौचंदी, रामलीला ग्राउंड, माधवपुरम, डिफेंस एन्कलेव आदि की लाइन कट गई। सबसे अधिक नुकसान लिसाड़ीगेट और विकासपुरी क्षेत्र के बिजलीघरों की लाइन पर हुआ। दिनभर इन क्षेत्रों में लोगों को लंबा पावर कट झेलना पड़ा। वहीं दूसरी ओर डिफेंस एन्क्लेव और रंगोली बिजलीघर से जुडे़ कई क्षेत्रों की बिजली देर शाम तक बाधित रही। विद्युत विभाग की मानें तो लिसाड़ी गेट में जगह जगह बिजली के तारों में उलझी पतंग और मांझे के कारण बरसात के पानी ने लाइन में फॉल्ट कर दिया। इस दौरान बिजली विभाग की प्राथमिकता रही। कोरोना हॉस्पिटल की बिजली सप्लाई चालू करने की ऐसे में सबसे पहले कोरोना हॉस्पिटल की पावर सप्लाई को चालू किया गया। उसके बाद शाम के समय अन्य लाइनों के फॉल्ट सही किए गए।
शहर में हुआ जलभराव
बारिश से शहर के पुराने इलाकों में जगह जगह कीचड़ और जलभराव हो गया। शहर के पुराने इलाकों की संकरी गलियों में ना सिर्फ नालों नालियों का पानी उफन कर सड़कों पर आ गया बल्कि शहर में जगह जगह लगे नालों की सिल्ट का अंबार भी वापस बह कर नालों में या सड़क पर फैल गया। इससे शहर में कई जगह गंदगी से लोगों को रुबरु होना पड़ा।
प्रदूषण स्तर हुआ कम, मिली राहत
वहीं दो दिन से जारी इस बरसात ने शहर के पॉल्यूशन स्तर में भी एकदम से काफी सुधार कर दिया। सोमवार को जहां शहर की एयर क्वालिटी स्तर 193 पर था वहीं मंगलवार को यह 160 दर्ज किया गया और बुधवार को एक्यूआई घट कर 72 पर पहुंच गया। मेरठ की हवा को पॉल्यूशन विभाग ने संतुष्टि वाले स्तर में रखा है। वहीं मेरठ के जिलों के जनपदों का भी एक्यूआई बेहतर रहा। इसमें गाजियाबाद का 73, दिल्ली का 78, बुलंदशहर का 62, बागपत का 99 और हापुड का 41 दर्ज किया गया।
बारिश तेज नही थी लेकिन अधिकतर लाइनों पर पतंग और मांझों के कारण बरसात के पानी ने फाल्ट कर दिए। मेजर फाल्ट नही थे लेकिन दिनभर बारिश होती रही इसलिए काम तेज गति से नही हो पाया। देर शाम तक अधिकतर फाल्ट सही कर दिए गए ।
विजय कुमार, एसई सिटी
हमारी टीम दिनभर नालों से लेकर नालियों की सफाई करने जुटी रही है। बरसता के दौरान भी काम बंद नही हुआ। इससे शहर में कहीं भी अधिक जलभराव नही हुआ।
डॉ। गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी