मेरठ (ब्यूरो)। जैसे जैसे सर्दियों की आहट बढ़ रही प्रदूषण भी तेजी से सांसों में जहर घोल रहा है। दशहरा के बाद से बिगडऩा शुुरु हुई शहर की हवा का स्तर लगातार दूषित हो रहा है। स्थिति यह है कि शहर के तीनों प्रदूषण सूचक स्पॉट पर एक्यूआई 250 से पार पहुंच चुका है और सबसे बुरी स्थिति जयभीमनगर क्षेत्र की है जहां एक्यूआई 288 पर पहुंच गया है।

जयभीमनगर सबसे अधिक प्रदूषित
दशहरा से पहले शहर का एक्यूआई 200 के करीब बना हुआ है। जैसा कि उम्मीद जताई जा रही थी अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक प्रदूषण का स्तर तेजी से बढऩा शुरु होगा वैसा ही असर दिखना शुरु हो गया है। शहर के जयभ्ीामनगर में अभी से एक्यूआई 300 पार पहुंच गया है। सेंट्रल पॉल्यूशन बोर्ड के अनुसार जयभीमनगर का एक्यूआई सोमवार को 288 पहुंच गया, जबकि 13 अक्टूबर को एक्यूआई 314 तक पहुंच गया था।

पल्लवपुरम में अभी राहत
वहीं शहर के पल्लवपुरम क्षेत्र का एक्यूआई अभी कुछ राहत भर बना हुआ है। पल्लवपुरम में सोमवार को एक्यूआई 185 तक सीमित रहा। वहीं गंगानगर की बात करें तो गंगानगर का पॉल्यूशन स्तर भी सेामवार को 212 पर स्थित रहा। अक्टूबर माह में अभी तक इन दोनो क्षेत्रों का प्रदूषण स्तर राहत भरा बना हुआ है। जबकि जयभीमनगर का पॉल्यूशन स्तर हर साल की तरह इस साल भी अभी से बिगडऩा शुरु हो गया है।

हो रही ग्रेप की अनदेखी
पॉल्यूशन कंट्रोल करने के लिए सितंबर माह में ही ग्रेप लागू कर दिया गया था। लेकिन अभी ग्रेप के अनुसार एक भी मानक पर निगरानी शुरु नही हुई। शहर में जगह जगह खुलेआम निर्माण चल रहा है, आयु पूरी कर चुके वाहन सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं और बॉयलर, जेनरेटर का संचालन तक जारी है। वहीं कूड़े पर आग में लगाम तक नही लग पा रही है।

जयभीम नगर
13 अक्टूबर 314
14 अक्टूबर 288

पल्लवपुरम
13 अक्टूबर 192
14 अक्टूबर 185

गंगानगर
13 अक्टूबर 175
14 अक्टूबर 212

ग्रेप के नियमों के अनुसार निगरानी की जा रही है। अभी वार्निग देकर व्यवस्था बनाई जा रही है। जल्द कार्यवाही शुरु होगी।
भुवन प्रकाश यादव, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी