- 31 दिसंबर को नोएडा की जनसभा में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की पीएम रखेंगे नींव
- दिल्ली से डासना और फिर मेरठ तक दो वर्ष में पहुंचेगा एक्सप्रेस-वे
Meerut@inext.co.in
Meerut : नए साल पर पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से मेरठवासियों को एक्सप्रेस-वे का तोहफा मिलने वाला है। लंबे अरसे से परेशानी झेल रहे मेरठ के लोगों की दिक्कत दूर करने की दिशा में जमीनी स्तर पर अब काम शुरू होने जा रहा है। निजामुद्दीन से डासना होते हुए मेरठ के परतापुर तक आने वाले एक्सप्रेस-वे की आधारशिला 31 दिसंबर को नोएडा में रखी जाएगी। तय किया गया है कि 31 दिसंबर को नोएडा सेक्टर-62 के मैदान में एक जनसभा आयोजित होगी। यहीं पर एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखी जाएगी।
दिल्ली में तय हुई रूप रेखा
मेरठ-हापुड़ से सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उनके अलावा नोएडा के सांसद महेश शर्मा, गाजियाबाद के सांसद जनरल वीके सिंह, बुलंदशहर के सांसद भोला सिंह व विभागीय अधिकारियों को लेकर बैठक की और कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई है। उन्होंने बताया कि एक बार फिर नितिन गडकरी ने जोर देकर कहा कि दो वर्ष में हम मेरठ से दिल्ली के सफर को 40 मिनट में सुनिश्चित करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री द्वारा आधारशिला रखे जाने के बाद काम तेजी से शुरू कर दिया जाएगा। पहले चरण में निजामुद्दीन से यूपी गेट होते हुए डासना तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जाएगा। इसके बाद डासना से मेरठ के हिस्से का निर्माण कार्य होगा।
डासना से मेरठ छह लेन
एनएच-24 को दिल्ली से डासना तक 14 लेन की सड़क आएगी। इसमें बीच की छह लेन को एक्सप्रेस-वे की तरह विकसित किया जाएगा। इस हिस्से पर प्रवेश करने के लिए टोल वसूला जाएगा। डासना पहुंचने के बाद मेरठ एक्सप्रेस-वे अलग हो जाएगा और यह पूर्व में तय एलाइनमेंट के तहत ही मेरठ तक पहुंचेगा। इस हिस्से को एलिवेटेड बनाने का भी प्रस्ताव है।
कुछ ऐसा होगा एक्सप्रेस-वे
निजामुद्दीन से यूपी गेट तक के मौजूदा एनएच-24 के मार्ग को 14 लेन का किया जाएगा। इसके लिए छह लेन मेरठ की ओर जाने वालों के लिए सेपरेटर लगाकर मार्ग को अलग कर दिया जाएगा। पूर्व के चार लेने की इस सड़क में पुरानी व्यवस्था के साथ ही अब छह लेन एक्सप्रेस-वे के लिए व दो-दो लेन लोकल ट्रैफिक के लिए होगा।
- यूपी गेट से डासना तक 8 लेन का मार्ग आएगा।
- डासना से परतापुर-मोहिउद्दीनपुर तक छह लेन का एक्सप्रेस-वे आएगा। बाद में 14 लेन तक के विस्तार का विकल्प रखा जाएगा।
- डासना से हापुड़ के लिए भी छह लेन का ही मार्ग बनेगा
- निजामुद्दीन से यूपी गेट तक लगभग 9 किमी की दूरी होगी।
- इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत फिलहाल 7800 करोड़ से अधिक की आंकी जा रही है।
- शुरुआत में इस परियोजना की लागत 5700 करोड़ तय की गई थी।
- जो पीपीपी मॉडल तय किया गया है उसमें निजी कंपनी 60 फीसदी की धनराशि लगाएगी और सरकार 40 फीसदी खर्च करेगी।
13000 करोड़ लागत
सांसद राजेंद्र अग्रवाल की मानें तो मेरठ दिल्ली एक्सप्रेस-वे सहित मेरठ से जुड़ी कुल तीन परियोजनाओं पर काम होना है और इस पर कुल लागत 13 हजार करोड़ रुपए आनी है। इस परियोजना के तहत एक्सप्रेस-वे के अलावा मेरठ-बुलंदशहर हाईवे 235 और मेरठ-कोटद्वार मार्ग भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं पर भी काम की शुरुआत जल्द ही होगी। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मेरठ में आयोजित कार्यक्रम में इसकी आधारशिला रखेंगे।