मेरठ (ब्यूरो)। लेडीज क्लब द्वारा प्रकृति संरक्षण के वार्षिक प्रोजेक्ट वृक्ष गंगा अभियान के अंतर्गत सावन के पहले सोमवार को आइआइएमटी और व्हीलर्स क्लब में पौधारोपण कर हरिशंकरी वृक्ष मंत्र उच्चारण के साथ लगाया गया। मान्यता है कि इस वृक्ष में स्वयं भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश निवास करते हैं। अध्यक्ष ऋतु मांगलिक ने बताया कि इससे तीनों वृक्षों का एक संयुक्त छत्र विकसित होता है। तीनों वृक्षों के तने भी एक तने के रूप में दिखाई देते हैं। पीपल, बरगद व पाकड़ के सम्मिलित रोपण को हरिशंकरी कहते हैं।
हरिशंकरी का बताया अर्थ
वहीं सचिव अलका ने बताया कि हरिशंकरी का अर्थ होता है भगवान विष्णु और शंकर की छायावली होता है। मत्स्य पुराण में भी हरिशंकरी से जुड़ी कथा का उल्लेख है। पुराण के अनुसार पार्वती जी के श्राप से भगवान विष्णु पीपल, भगवान शिव बरगद और ब्रह्मा पलाश वृक्ष बन गए। इसीलिए पीपल, बरगद व पाकड़ के सम्मिलित रोपण को हरिशंकरी कहते हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार पाकड़ को वनस्पति जगत का नायक कहा जाता है। वैदिक अनुष्ठान व हवन आदि में इसकी ख़ास अहमियत होती है।
पौधे लगाने जरूरी
इस अवसर पर कविता ने कहा कि पौधे लगाने का बहुत महत्व है। इसलिए अपने घर पर एक-एक पौधा जरूर लगाए। उन्होंने कहा कि पृथ्वी को बचाना है तो पेड़ों को बचाना बहुत ही जरूरी है। इस अवसर पर सचिव अलका गुप्ता, कविता, सौरभ, रचना, नीलम, ऋतु अग्रवाल, रमा, गीता मोहन, कीर्ति, उमंग और शैल मौजूद रहे।