मेरठ ( ब्यूरो) । नगर निगम के ओवरहेड टैंक व गंगाजल की लाइन से सप्लाई होने वाले पानी की खराब क्वालिटी का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। इस कारण जल जनित बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की संख्या सरकारी व निजी अस्पतालों में बढ़ती जा रही है। इनमें भी अधिकतर लोग वो हैं जो आरओ या वाटर फिल्टर का पानी नही पीते हैं बल्कि नगर निगम की पाइप लाइन से सप्लाई होने वाले पानी को पीते हैं।
कैंपेन में देखे विभिन्न पहलू
शहर में दूषित पानी सप्लाई को लेकर दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की ओर से कैंपेन चलाया जा रहा है। डॉक्टर्स के मुताबिक अस्पतालों में दूषित पानी पीने के कारण लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। इसलिए दूषित पानी से बचने की जरूरत है। दूषित पानी पीने के कारण लगातार टायफाइड के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
नर्वस सिस्टम भी प्रभावित
डॉक्टर्स के अनुसार दूषित पानी लोगों के मन मस्तिष्क पर प्रभाव डाल रहा है। पीने के पानी की स्वच्छता के मामले में यदि कोई असावधानी होती है तो कई तरह के रोग शरीर को घेर लेते हैं। प्रदूषित पानी की वजह से डायरिया टायफाइड एवं ज्वाइंडिस के सबसे अधिक मामले आते हैं। चिकित्सकों ने बताया कि गंदे पानी में विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं। इस कारण कई तरह की बीमारियां होती हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक पानी में मिले हुए कीटनाशक यानि क्लोरिन की अधिक मात्रा भी शरीर पर असर डालती हैं। इससे नर्वस सिस्टम तो प्रभावित होता है। इसके अलावा भूमिगत संक्रमित जल में लेड की मात्रा भी पाई जाती है। लेड पानी के माध्यम से हमारे शरीर में जाकर जमा हो जाता है। लेड का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों और महिलाओं पर पड़ता है। लेड मस्तिष्क तक पहुंचने वाले ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देते हैं। इस कारण बच्चों में ब्लू बेबी सिंड्रोम हो सकता है।
इस बात का रखें ध्यान
पानी साफ नही हैं तो पानी को भी हल्का उबाल कर पीना चाहिए।
किसी को बार-बार उल्टी व दस्त हो रहे हों, तो हो सकता है कि इसकी वजह पिया गया प्रदूषित पानी हो।
इसके कारण अचानक से वजन कम होने की शिकायत भी देखी गई है। ऐसे में शरीर में पानी की कमी हो सकती है
उल्टी-दस्त रुकने का नाम न लें तो डॉक्टर के पास जाने में देर बिल्कुल न करें।
कई मरीजों में उल्टी-दस्त के साथ डीहाइड्रेशन व पेट दर्द की भी शिकायत देखने में आती है।
प्रदूषित पानी पीने के कारण त्वचा में कई तरह की एलर्जी या दाग-धब्बे हो जाते हैं।
पीने का पानी दूषित है तो कई बीमरियां चपेट में ले सकती हैं। ये बीमारियां गंदे पानी में रहने वाले छोटे-छोटे बैक्टीरिया के कारण होती हैं, जो पानी के साथ से हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। ऐसे पानी की वजह से होने वाली बीमारियां कई प्रकार की हो सकती हैं। जिनमें बुखार, उल्टी, दस्त, कमजोर आदि शामिल हैं।
डॉ। विश्वजीत बैंबी, सीनियर फिजीशियन
दूषित पानी पीने से बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है, जिसकी वजह से हैजा, टाइफाइड, पेचिश जैसी बीमारियां आसानी से किसी को भी अपना शिकार बना सकती हैं। इसके अलावा गंदा पानी पीने से वायरल इंफेक्शन भी हो सकता है। वायरल इंफेक्शन के कारण हेपेटाइटिस ए, फ्लू, कॉलरा, टायफाइड और पीलिया जैसी खतरनाक बीमारियां होती हैं। ऐसे में दूषित पानी के सेवन से बचने की जरूरत है।
डॉ। अमित उपाध्याय, बाल रोग विशेषज्ञ
शहर के कई वार्ड ऐसे हैं जिनमें पूरे साल गंदा पानी पाइप लाइन से सप्लाई हो रहा है। सैनिक विहार, मलियाना, औरंगशाहपुर डिग्गी, प्रताप विहार में हमारी टीम ने खुद जाकर पानी की क्वालिटी चेक की है बहुत ही खराब पानी घरों में आता है।
रवि कुमार, अध्यक्ष, बूंद फाउंडेशन
हमारे वार्ड में गंदे पानी की रोजाना सप्लाई होती है। इस पानी के कारण मोहल्ले के अधिकतर घरों में लोग बीमार हैं।
हिमांशु, प्रताप विहार
सैनिक विहार मेें लगातार इतना गंदा पानी सप्लाई होता है पानी में बदबू आती है। लेकिन मजबूरी है कि पानी की किसी ओर माध्यम से सप्लाई नही है।
गुलशाद अली, सैनिक विहार
हमारी मोहल्ले में पानी इतना गंदा आता है कि उसको उबाल कर पीते हैं। उसके बाद भी आए दिन बच्चों को उल्टी दस्त लगे रहते हैं।
हरिकिशन, औरंगशाह पुर