मेरठ (ब्यूरो)। यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध का असर अब किचन के बजट पर पडऩे लगा है। युद्ध के चलते त्योहारी सीजन से पहले ही बाजार में खाद्य तेलों के दाम आसमान छू रहे हैं। सरसों के तेल से लेकर वनस्पति घी, रिफाइंड ऑयल और सूरजमुखी तेल के दाम में 15 से 20 रुपये तक का इजाफा हो गया है। बाजार के विशेषज्ञों के मुताबिक, युद्ध अगर लंबा चला तो होली तक खाद्य तेलों के दाम और बढ़ सकते हैं।
65 प्रतिशत आयात
होली का त्योहार नजदीक है। वहीं रूस और यूक्रेन के बीच तनाव के बाद शुरू हुए युद्ध के कारण सूरजमुखी, रिफाइंड और सरसों का तेल महंगा हो गया है। होल सेल और फुटकर मार्केट में पिछले पांच दिन में सूरजमुखी, रिफाइंड और सरसों के तेल के दाम 15 से 20 रुपये प्रति लीटर बढ़ गए हैं।
सूरजमुकी तेल का आयातक
ऑयल मंडी विशेषज्ञों की मानें तो सूरजमुखी तेल का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर यूक्रेन है। भारत में यूक्रेन से 75 प्रतिशत सूरजमुखी तेल आता है जबकि रशिया से 15 प्रतिशत तेल आता है। भारत में खुद की खाद्य तेल में भागीदारी करीब 45 प्रतिशत है। इस कारण से तेल के दाम तेजी से बढऩा शुरू हो गए हैं।
फैक्ट्स
- 20 लाख टन खाद्य तेल का प्रति वर्ष हो रहा आयात
- 75 प्रतिशत सूरजमुखी ऑयल यूक्रेन से आयात होता है
- 15 प्रतिशत ऑयल रशिया से आयात होता है
- 10 प्रतिशत करीब अन्य देशों से आयात होता है
खाद्य तेल फरवरी मार्च
सूरजमुखी तेल 150 रुपया 165 रुपया
रिफाइंड तेल 145 रुपया 160 रुपया
वनस्पति घी 140 रुपया 160 रुपया
सरसों का तेल 160 रुपया 170 रुपया
(फुटकर भाव बाजार में प्रति लीटर में)
वर्जन
खाद्य तेल की 65 खपत के लिए भारत विदेशों पर निर्भर हैं। सबसे अधिक यूक्रेन से करीब 75 प्रतिशत सूरजमुखी ऑयल आयात किया जाता है। इस कारण से खाद्य तेलों के दाम में इजाफा हो रहा है।
मुकेश कुमार, नवीन मंडी व्यापार मंडल, उपाध्यक्ष
दो दिन पहले अचानक खाद्य तेल के दाम कंपनियों ने बढ़ा दिए हैं। 15 से 20 रुपये प्रति लीटर तक सूरजमुखी, सरसों व रिफाइंड ऑयल महंगा हो गया है। कंपनियों से महंगा मिलने के कारण ही खुले बाजार में मंहगा बेचा जा रहा है।
चिंतामणी, होल सेल विक्रेता
सूरजमुखी, सरसों और रिफाइंड ऑयल के दाम पर यूक्रेन-रूस युद्ध का पूरा असर दिखाई दे रहा है। आयात प्रभावित होने के कारण होली तक दाम में इजाफा जारी रहेगा।
राकेश, व्यापारी
कोटस-
होली के त्योहार से पहले ही बाजार में महंगाई दिखने लगी है। घरों में आमतौर पर सूरजमुखी, वनस्पति, रिफाइंड और सरसों के तेल का प्रयोग होता है। तीनों महंगे होने से रसोई के बजट पर असर पड़ेगा।
सुरेश
महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। कभी सब्जी, कभी राशन तो कभी तेल महंगा हो जाता है। महंगाई का सबसे ज्यादा असर आम आदमी की रसोई पर ही पड़ता है। त्योहार पर महंगाई और अधिक बढ़ेगी।
देव