मेरठ (ब्यूरो)। बिजली चोरी रोकने और अपने राजस्व में इजाफा करने के उद्देश्य से पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम (पीवीवीएनएल) डोर टू डोर जाकर खुद बिजली कनेक्शन देगा। इसके लिए बकायदा बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ स्कूल-कालेज के स्टूडेंट और विद्युत सखियों के सहयोग से बिजली कनेक्शन को लेकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

बिजली चोरी रोकने का प्रयास
इस अभियान के लिए पीवीवीएनएल ने कर्मचारियों को डोर टू डोर भेजना भी शुरू कर दिया है। योजना के तहत अधिकतर लाइन लॉस या बिजली चोरी वाले क्षेत्रों विभाग के कर्मचारी पहले सर्वे करेंगे फिर जिन-जिन घरों में बिजली कनेक्शन नहीं हैं, उन भवन स्वामियों को बिजली कनेक्शन लेने के लिए प्रेरित करेंगे। अभियान का लाभ केवल उन परिवारों को मिलेगा, जो बिना कनेक्शन बिजली का प्रयोग कर रहे हैं।

विद्युत सखियों और स्टूडेंट्स
अभियान में बड़ी संख्या में शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूह व विद्युत सखियों द्वारा भी सहयोग लिया जा रहा है। छात्रों, स्वयं सहायता समूह और विद्युत सखियों को प्रति नए कनेक्शन के लिए 100 रुपये प्रोत्साहन धनराशि के रूप में दिए जा रहे हैं। अभियान में अच्छा कार्य करने वाले व्यक्ति एवं समूह को प्रमाण पत्र व प्रशस्ति पत्र देकर भी सम्मानित किया जाएगा।

चोरी के बाद भी कनेक्शन
वहीं, जिन उपभोगकर्ताओं के खिलाफ बिजली चोरी के प्रकरण दर्ज हैं या एफआईआर दर्ज है, उनको भी बिजली कनेक्शन मिलेगा। इसके लिए उपभोक्ताओं से सादे कागज पर घोषणा पत्र लेकर नया कनेक्शन स्वीकृत किया जा रहा है।

झटपट पोर्टल से कनेक्शन
इस अभियान में सर्वे की टीम कनेक्शन लेने के तरीकों की जानकारी देगी। साथ ही उपभोक्ता उप्र पावर कारपोरेशन की वेबसाइट पर जाकर झटपट पोर्टल के माध्यम से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा विद्युत उपयोगकर्ता अपने नजदीकी खंड, उपखंड कार्यालय में संपर्क करके भी बिजली कनेक्शन ले सकते हैं। इसके तहत शहरी क्षेत्रों में एक किलोवाट के घरेलू संयोजन के लिए 2217 रुपये एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 1858 रुपये की धनराशि जमा कर तत्काल कनेक्शन प्राप्त किया जा सकता है।

चोरी रोकने के लिए बिजली कनेक्शन देने का अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे लोगों को वैध कनेक्शन देकर राजस्व बढ़ाना ही अभियान का मकसद है।
चैत्रा वी., प्रबंध निदेशक, पीवीवीएनएल