मेरठ (ब्यूरो)। वेबसाइट और पूछताछ केंद्र पर लगे फोन नंबर पर कोई जवाब नहीं मिलने और वीसी ने कार्रवाई के आदेश दिए थे। बावजूद इसके, छात्रों को परेशान होना पड़ रहा है। हालांकि, अब छात्रों को चक्कर कटवाने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। स्टूडेंट्स को अनावश्यक परेशान करने वाले कर्मचारियों पर एक्शन होगा। दरअसल, स्टूूडेंट एवं परिजनों से लगातार मिल रही शिकायतों के बाद यूनिवर्सिटी की वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने यह निर्देश दिए हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी के पूछताछ केंद्र, ईमेल और कैंपस में आने वाले स्टूडेंट एवं परिजनों की शिकायतों के समाधान के आदेश दिए हैं।
इन शब्दों पर रोक लगेगी
वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने विभिन्न सेक्शन से मिलने वाले प्रस्तावों पर आदेशार्थ एवं विचारार्थ लिखने की परंपरा तत्काल बंद करने को कहा है। उन्होंने कहा कि पहले भी इस संबंध में आदेश दिया गया था। किंतु अभी भी शिकायतें आ रही है, ऐसे में सभी को दोबारा से अलर्ट किया जा रहा है । कर्मचारी एवं अधिकारी स्पष्ट नियम लिखने के बजाय रजिस्ट्रार एवं कुलपति को उक्त दोनों शब्द लिखकर कार्रवाई की अपेक्षा करते हैं। वीसी ने स्पष्ट नियम लिखते हुए फाइल भेजने को कहा है। साथ ही समस्त कर्मचारियों को प्रस्ताव में पेजिंग, संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी की पदनाम सहित मुहर लगाने अनिवार्य कर दिया है।उन्होंने दस्तावेजों को सुरक्षित रखने को मैनेजमेंट इंफोर्मेशन सिस्टम लागू करने को कहा है। वीसी प्रो।शुक्ला कैंपस शिक्षकों को केवल एकेडमिक एवं रिसर्च वर्क में जुटने के लिए पहले ही निर्देश दे चुकी हैं उस पर भी ध्यान दिया जाए कहा गया है।
कभी मार्कशीट के लिए तो कभी किसी अन्य कार्य के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा स्टूडेंट्स को ही भटकाया जाता है, इस संबंध में कई बार निर्देश दिए गए है, पर सख्ती नहीं हो पाती है।
दीपक
स्टूडेंट्स को इस बारे में केवल यह कहा जाता है कि काम न हो तो अधिकारियों को बताएं, लेकिन काफी बार ऐसा होता है कि अधिकारी स्तर से भी काम टाल दिए जाते है।
मंजुल
हर बार निर्देश देकर अधिकारी रह जाते है, पर हकीकत में वहीं पुरानी परम्पराएं लागू हो जाती है, स्टूडेंट्स को ही भटकना होता है।
महक
पहले भी विभागों को इस सबंध में निर्देश दिए गए थे। किंतु इसके बाद भी कुछ शिकायतें आ रही है, लेकिन सभी कर्मचारियों को साफ कर दिया है कि स्टूडेंट्स के काम को प्राथमिकता दी जाए, पूछताछ केंद्र भी अलर्ट कर दिया गया है।
प्रो। संगीता शुक्ला, वीसी, सीसीएसयू