मेरठ (ब्यूरो)। बिजली की डिमांड और सप्लाई के अंतर को पाटने के लिए बिजली विभाग पीवीवीएनएल रीवैंप स्कीम के तहत 10-10 मेगावाट के 10 सब-स्टेशन लगाने जा रहा है। इतना ही नहीं, पावर सप्लाई को बाधित कर रहे जर्जर तारों को भी इस स्कीम के तहत दुरुस्त किया जाएगा। इस बाबत बजट से लेकर बिजली घरों के निर्माण स्थान की चयन प्रक्रिया पूरी कर उनकी लिस्ट भी मुख्यालय भेज दी गई है। हालांकि गत वर्ष भी जनपद में 40 बिजलीघरों के निर्माण की योजना बनाई गई थी, जो आज तक अधर में है।
फैक्ट एक नजर में
बिजली कनेक्शन - 2.68 लाख
औसतन बिजली की डिमांड - 500 से 600 मेगावाट
औसतन बिजली की सप्लाई - 400 से 450 मेगावाट
डिमांड के मुताबिक सप्लाई में 20 फीसदी यानि 100 मेगावाट का अंतर रहता है
पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों में रीवैंप स्कीम के तहत होगी पावर सप्लाई में वृद्धि
स्कीम के तहत जनपद में 10 मेगावाट के 10 सब स्टेशन का होगा निर्माण
10 बिजलीघरों से 100 मेगावॉट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होगा
पीवीवीएनएल के 14 जनपदों में 178 नए सब-स्टेशनों का होगा निर्माण
इस स्कीम पर करीब 3403 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है
जिले में 27 नए ट्रांसफार्मर भी स्थापित किए जाएंगे
पुराने ट्रांसफार्मरों व जर्जर तारों को भी बदलने के लिए पुराने शहर में जारी सर्वे का काम
इन क्षेत्रों में बनेंगे बिजलीघर
मोहिउद्दीनपुर
रासना
किनौनी
बजौट गांव
गंगोल रोड
सिवालखास
बाधौली
परीक्षितगढ़
फतेहपुर नारायण
चुडिय़ाल
यहां बनेंगे सब-स्टेशन
परतापुर
उद्योगपुरम
काजीपुर
गगोल
मोहिउद्दीनपुर
रोहटा
इन क्षेत्रों में ट्रांसफार्मरों की होगी क्षमता वृद्धि
जागृति विहार
लोहिया नगर
पांडव नगर
शास्त्रीनगर
कंकरखेड़ा
मंगलपांडे नगर
साकेत
इन क्षेत्रों में सबसे अधिक पावर कट की समस्या
लिसाड़ी गेट
मोहनपुरी
ब्रह्मïपुरी
टीपीनगर
मलियाना
शास्त्रीनगर
नए बिजलीघर बनने से ये होगा फायदा
बिजलीघर के अंतर्गत फीडर छोटे हो जाएंगे
एलटी लाइनें छोटी-छोटी हो जाएंगी, इससे लाइन लॉस कम होगा
पांच साल में जो लोड बढ़ेगा, उसके सापेक्ष विद्युत आपूर्ति की जा सकेगी
नए बिजलीघर बढ़ती आबादी के हिसाब से बढऩे वाली बिजली की मांग को पूरा कर पाएंगे
40 बिजलीघर बनाने की थी योजना
लेडीज पार्क
नगलाबट्टू
किला रोड
शास्त्रीनगर
गोकुल विहार
गोलाबड़
रजबन कैंट
सर्किट हाउस
विकासपुरी
लिसाड़ी रोड
एनएच-58 बाईपास
पल्लवपुरम फेज-वन
नूरनगर
नई बस्ती
जिले में रिवैैंंप स्कीम के तहत पावर की डिमांड और सप्लाई के अंतर को कम करने के लिए सब-स्टेशन समेत ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि और नए ट्रांसफार्मर लगाने का काम किया जाएगा। इसके लिए सर्वे का काम लगभग पूरा हो गया है। टेंडर प्रक्रिया जारी है।
राजेंद्र बहादुर, अधीक्षण अभियंता