कई बार लेडीज के लिए गर्भनिरोधक दवाओं का प्रयोग सही नहीं होता है और उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है, लिहाजा उनके पार्टनर्स चाहते हैं कि फेमिली प्लानिंग की जिम्मेदारी वे ही उठायें, लेकिन कई बार कॉन्डोम का यूज करना उन्हें अनईजी फील कराता है, अब उनको टेंशन फ्री करने के लिए एक दवा जल्दी ही बाजार में आ रही है।
H2-गैमेंडाजोल नाम की इस दवा को बनाने का काम कर रहे बायॉलजिस्ट जोसेफ टैश ने इसके इफेक्ट करने के तरीके पर बात करते हुए बताया कि यह दवाई स्पर्म को आधा जला देती है. स्पर्म मेल टेस्टिस में समय से पहले ही डेवलप होता है और वहीं स्पर्म में एक पूंछ और सिर बन जाता है। H2-गैमेंडाजोल स्पर्म के डेवलपमेंट के प्रोसेज को ब्रेक करने का काम करती है। अब जब कोई लाइव स्पर्म ही नहीं होगा तो मैन एग से फट्रीलाइजेशन का प्रोसेस भी नहीं होगा। टैश ने बताया कि वे 2001 से ही इस प्रॉजेक्ट पर काम कर रहे हैं।
एक और पोटेंशियल कंपाउंड है जिसका नाम JQ1 बताया गया है । इस पर भी रिसर्च चल रही है। इसके काम करने का प्रोसेस भी यूनीक है ये आपके ऑर्गन्स को ये ही भुला देता है कि स्पर्म बनते कैसे हैं। टेस्टिकल स्पेसिफ़िक ब्रोमोडोमेन यानि BRDT को JQ1 ब्लॉक कर देता है. इसके चलते सेक्स सेल्स जो स्पर्म का प्रोड्यूस करती हैं, वह खुद ही अपना बिहेवियर भूल जाते हैं। चूहे पर जब इसका टेस्ट किया गया तो कंफर्म हुआ सेक्स के बावजूद वह स्पर्म का प्रोड्यूस नहीं कर पाया। अगर ये दोनों मैडिसिन मार्केट में आने में कामयाब होती हैं, तो इसका मतलब ये है कि सेक्सुअल रिलेशन की फील्ड में जल्दी ही एक रेव्योल्यूशन आने वाला है।
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