मेरठ (ब्यरो)। गर्मी का प्रकोप झेल रहे लोगों को गुरुवार सुबह कुछ राहत पहुंची। मेरठ, बागपत सहित पूरे वेस्ट यूपी में बादल छाए रहे और धूलभरी आंधी चलने लगी। हालांकि धूलभरी आंधी चलने से सांस के मरीजों को सांस लेने में समस्या हुई। वहीं, बदले मौसम से किसानों को चिंता सताने लगी। कटाई को रोक दिया गया। हालांकि मौसम वैज्ञानिक आगामी दिनों में गर्मी दोबारा लौटने की उम्मीद जता रहे हैं।

गर्मी से मिली राहत
सुबह मौसम में एकाएक बदलाव हुआ। गर्मी से लोगों को थोड़ी निजात मिली। बादल छाने से गर्मी की तपिश कम हुई। धूलभरी हवा चलने से बाजारों में लोग चश्मा व मुंह पर मास्क लगाकर घूमते दिखाई दिए। इस दौरान अधिकतम तापमान 38 रहा जो सामान्य की तुलना में पांच डिग्री ज्यादा था। वहीं, न्यूनतम तापमान 22.3 रहा जो सामान्य की तुलना में एक डिग्री अधिक रहा।

किसानों के लिए चिंता की बात
आंधी की वजह से वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीण कृषि मौसम सेवा कृषि यूनिवर्सिटी प्रभारी डॉ। यूपी शाही के अनुसार किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे बन गईं। कुछ किसानों ने बदलते मौसम के कारण गेहूं कटाई को रोक दिया। वहीं, कुछ किसानों ने कटाई में तेजी कर दी है। दो-तीन प्रतिशत किसानों के ही गेहूं की कटाई बाकी है। थ्रेसर मशीनों से गेहूं निकालने की प्रक्रिया तेज हो गई है। भूसे और गेहूं को सुरक्षित स्थान पर किसान पहुंचाने में लगे हुए हैं।

45 किमी प्रति घंटा चली हवाएं
वहीं, दूसरी ओर दिल्ली व वेस्ट यूपी में पश्चिमी विक्षोभ का असर रहा। दिनभर बादल छाए रहे। बूंदाबांदी की उम्मीद जताई जा रही थी। हालांकि कुछ ही बूंद पड़ीं। इस दौरान हवा की गति 45 किलोमीटर प्रति घंटा रही। हिमाचल प्रदेश के चार जिलों कांगड़ा, कुल्लू, मंडी व ऊना में गर्म हवाएं चलने से बुधवार की रात से ही मौसम बदल गया था। मौसम वैज्ञानिक उदय प्रताप शाही के अनुसार आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री के पार व न्यूनतम तापमान 24 तक जाने की संभावना है।