मेरठ के पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज व उसके सात फैमिली मेंबर्स समेत एक फिलीपींस से लौटी युवती हुई डिस्चार्ज
- मेरठ में कोरोना के कुल कोरोना पॉजिटिव की संख्या हुई 50, शनिवार को तीन मरीज और मिले
Meerut । कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी ने पूरी को दुनिया में दहशत फैला रखी है। वहीं मेरठ में बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े ने लोगों के दिलों की धड़कन को भी बढ़ा दिया है। मगर इसी बीच शनिवार को मेरठ के मेडिकल कॉलेज से कोरोना को मात देकर छुट्टी पाने वाले नौ कोरोना फाइटर्स ने स्वास्थ्यकर्मियों के साथ ही शहरवासियों को भी राहत भरी सांस लेने का मौका दिया है। वहीं मेडिकल कॉलेज की माइक्त्रोबॉयोलॉजी लैब भी कैपेसिटी से ज्यादा सैंपल्स जांचने की वजह से ओवरलोड हो गई है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि जब तक लोड खत्म नहीं होता तब तक कहीं का भी सैंपल जांच के लिए नहीं लिया जाएगा।
तीन और नए मिले मरीज
प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना के आंकड़ों के बीच मेरठ जिले में भी कोरोना पेशेंट्स का आंकड़ा अर्धशतक तक पहुंच गया है। दरअसल, शनिवार को तीन नए मरीजों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। सीएमओ डॉ। राजकुमार ने बताया कि तीनों जमाती हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार को 67 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक मेरठ में कोरोना के मरीजों का कुल आंकड़ा 50 हो चुका है, जिसमें से नौ मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं जबकि कोरोना के चलते एक मरीज की मौत हो चुकी है।
विभाग रखेगा नजर
शनिवार को मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज हुए मरीजों में अमरावती से आए और मेरठ के पहले कोरोना पॉजिटिव मरीज व क्रॉकरी कारोबारी इकरामुद्दीन और उनके परिवार के सात अन्य लोगों समेत फिलीपींस से लौटी एक एमबीबीएस की स्टूडेंट भी शामिल थी। सीएमओ डॉ। राजकुमार ने बताया कि सभी नौ मरीजों की पोस्ट रिपोर्ट दो-दो बार निगेटिव आ चुकी है। डिस्चार्ज होने के बावजूद सभी को 14 दिन तक अपने-अपने घर में आइसोलेट रहना पड़ेगा। इस टाइम पीरियड में स्वास्थ्य विभाग भी इन सभी पर पूरी निगरानी बनाए रखेगा।
ओवरलोड हुई लैब
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबॉयोलॉजी लैब ओवरलोड हो गई है। जिसके मद्देनजर फिलहाल दूसरे जिलों के सैंपल यहां टेस्ट करने बंद कर दिए गए हैं। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। आरसी गुप्ता ने बताया कि वेस्ट यूपी में 10 जिलों के सैंपल जांच किए जा रहे हैं। कैपेसिटी से अधिक सैंपल क्लेक्ट हो गए हैं। ऐसे में सैंपल आगरा भेजने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं था। इस संबंध में लखनऊ से बात की गई है। जिसके बाद सहारनपुर के सैंपल वहां जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
115 सैंपल की कैपेसिटी
वेस्ट यूपी की एकमात्र लैब होने के बावजूद मेरठ मेडिकल कॉलेज की जांच लैब में 115 सैंपल जांचने की ही कैपेसिटी हैं। मगर यहां हर दिन करीब 200 सैंपल जांचे जा रहे थे। बावजूद इसके शुक्रवार शाम तक 650 सैंपल का बैकलॉग अभी भी मौजूद है। प्रिंसिपल ने बताया कि लैब का स्टाफ सुबह 7 बजे से लेकर रात 12 बजे तक लगातार काम कर रहा है। सैंपल्स को अधिक देर तक स्टोर नहीं किया जा सकता है। एसजीपीजीआई में सैंपल्स का लोड कम है। ऐसे में जब तक यहां का लोड खत्म नहीं होगा, तब तक वहीं सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जाएंगे। अन्य जिलों का कोई भी नया सैंपल नहीं लिया जाएगा। तीन दिन तक बचे हुए सैंपल्स को टेस्ट करने की कोशिश की जाएगी।