मेरठ (ब्यूरो)। पंडित दीन दयाल उपाध्याय मैनेजमेंट कॉलेज एवं आईसीएसएसआर दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय एनईपी रिथिंकिंग एजुकेशन इन कंटेम्परेरी इंडिया रखा गया। कार्यक्रम का शुभारंभ आईआईएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेजस के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ। मयंक अग्रवाल एवं चेयरमैन योगेश मोहनजी गुप्ता द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
बीएड कोर्स को विश्लेषण करें
कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए शिक्षा जगत के विद्वानों का परिचय संस्थान के निदेशक डॉ। निर्देश वशिष्ठ द्वारा कराया गया। विद्वतजनों में उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ। राजीव कुमार अग्रवाल, सीपीआरएचई नई दिल्ली दिल्ली प्रो। सोती शिवेन्द्र चंद्र, पूर्व प्रिंसिपल एसएसपीजी कॉलेज सहारनपुर ने संगोष्ठी के विषय पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रो। पीके मिश्रा ने कहा कि नई शिक्षा नीति 1986 के 34 वर्ष बाद आई है और यह शिक्षक, विद्यार्थी व समाज सभी के लिए लाभदायक है। इसी क्रम में डॉ। जितेंद्र गोयल ने कहा कि शिक्षक भविष्य का आधार है। यदि शिक्षक अर्थात् मशीन ही खराब होगी तो उनसे पढ़े छात्र अर्थात उत्पाद ही खराब होगा। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा पद्धति में बीएड कोर्स को चार वर्षीय करने से पहले विश्लेषण करने की आवश्यकता है।
शिक्षा नीति में शोध की पढ़ाई
डॉ। संजय त्यागी ने कहा कि भाषा, कला एवं शिक्षा एक-दूसरे पर आश्रित हैं। सोती शिवेंद्र ने बताया कि नई शिक्षा नीति में स्नातक के साथ शोध की पढ़ाई भी की जा सकती है। इसके उपरांत सोवेनियर का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। संगोष्ठी की मुख्य संयोजिका प्राचार्य पं।दीन दयाल उपाध्याय मैनेजमेंट कॉलिज डॉ। ऋतु भारद्वाज ने धन्यवाद ज्ञापित किया। द्वितीय चरण में मंच का संचालन आनंद स्टीफन एवं पारामिता दास उकिल ने किया। प्रिंसिपल विवेक कॉलिज ऑफ एजुकेशन बिजनौर डॉ। संजय त्यागी, प्रिंसिपल दीवान इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन मेरठ डॉ। एसपी सिंह, एवं डॉ। जितेंद्र गोयल इसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों से आए शोधार्थियों द्वारा अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। आनंद स्टीफन ने सभी उपस्थिति विद्वतजनों का आभार व्यक्त किया।
इनका रहा सहयोग
संगोष्ठी के पहले दिन को सफल बनाने में सचिव डॉ। रोबिन्स रस्तोगी एवं डॉ। तबस्सुम तथा सहसंयोजक डॉ। रचना त्यागी एवं डॉ। अमित शर्मा का विशेष योगदान रहा। डॉ। मंजू चौधरी, डॉ। नीता गौड़, डॉ। प्रतिमा, प्रवीन कुमार गौतम, डॉ। नीरू चौधरी, अनुराधा त्यागी, शिखा मंगा, स्वाति अग्रवाल ने कार्यक्रम के सफल संचालन में मुख्य भूमिका निभाई। डॉ। प्रदीप गुप्ता, अनुराग माथुर, आशुतोष भटनागर, डॉ। देवेश गुप्ता, डॉ। गौरव शर्मा, विमल प्रसाद, विनोद कुमार, लकी बेरवाल, प्रशांत गुप्ता, चिराग जैन, केके कौशिक, चिराग त्रेहान, अपार शर्मा, निकिता शर्मा, अजय चौधरी, गौरव, रूबी सिंह, अर्जुन किशन, नेहा सक्सेना, अलीशा खान, उत्तम नेगी, अमित सिंह, अंकित शर्मा, राधेश्याम, सुमनलता, राजीव पोसवाल, आकाश शर्मा, प्रदीप शर्मा, अरूण कुमार, कमल सिंह, भानू प्रताप, मुकेश कुमार एवं मीडिया कोर्डिनेटर सुनील शर्मा का सहयोग रहा।