मेरठ। विद्युत आपूर्ति में लापरवाही बरतने मे प्रथम दृष्टया दोषी पाये जानें पर अवर अभियन्ता, उपखंड अधिकारी एवं अधिशासी अभियन्ता को आरोप-पत्र जारी किए गए। इसके साथ ही वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में एमडी पॉवर ईशा दुहन द्वारा उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने के सख्त निर्देश दिये गए।
लापरवाही पर गिरी गाज
प्रबन्ध निदेशक की अध्यक्षता मे आयोजित बैठक में सांई हैरीटेज छपरौल दादंरी अन्तर्गत विद्युत वितरण खण्ड-चतुर्थ नोएडा में विद्युत आपूर्ति में लापरवाही बरतने मे प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर राजकुमार, अवर अभियन्ता, जयहिन्द, उपखंड अधिकारी एवं अवनीश कुमार, अधिशासी अभियन्ता, विद्युत वितरण खण्ड-चतुर्थ, नोएडा को आरोप-पत्र जारी किए गए। बैठक मे अधीक्षण अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता एवं उपखण्ड अधिकारी स्तर के, अधिकारियों ने वर्चुअल रूप से प्रतिभाग किया।
निर्बाध बिजली के लिए सख्त आदेश
प्रबन्ध निदेशक ने भीषण गर्मी मे उपभोक्ताओं को निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति करने के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। उन्होनें कहा है कि पीक आवर्स में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी प्रबन्धन सुनिश्चित किया जाये, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत कटौती की निगरानी की जाए। भीषण गर्मी को देखते हुये प्लान्ड शट-डाउन पर रोक लगा दी गयी है, अपरिहार्य स्थिति में ही शट डाउन दिया जाऐगा। अनुरक्षण के अभाव में ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होन पर सम्बंधित के विरूद्ध कडी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होनें कहा कि ट्रांसफार्मर को क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए प्रतिदिन जॉच व अनुरक्षण का कार्य सुनिश्चित कराया जाये। प्रबन्ध निदेशक ने निर्देश दिये कि स्टोर व वर्कशाप के बीच समन्वय स्थापित किया जाना आवश्यक है। अधीक्षण अभियन्ता विद्युत कार्यशाला मंडल पंकज अग्रवाल ने बताया कि 7092 ट्रान्सफार्मर उपलब्ध हैं जिनका उपयोग ट्रान्सफार्मर क्षतिग्रस्त होने पर तुरन्त किया जा सकेगा।
अधिकारियों को फुट पेट्रोलिंग के निर्देश
एमडी पॉवर ने कहा कि आगामी दिवसों में मौसम विभाग द्वारा हीट-वेव की चेतावनी को दृष्टीगत रखते हुये विद्युत आपूर्ति में कोताही न बरती जाए। प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि जनपद स्तर पर स्थापित कन्ट्रोलरूम की नियमित मॉनेटिरिंग सुनिश्चित की जाए। अधिकारी पीक आवर्स में अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहें फूट पैट्रोलिंग करें और बिजलीघरों का औचक निरीक्षण करें। उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए जनपदवार कन्ट्रोलरूम नम्बर, हैल्प लाईन नम्बर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये और इन नम्बरों पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का तुरन्त समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित कराया जाए।