मेरठ (ब्यूरो). नगर निगम की दुकानों पर सालों से अपना कब्जा जमाए बैठे सिकमी किरायेदारों की नगर निगम ने तलाश शुरू कर दी है। इस तलाश में कई ऐसे किरायेदारों की जानकारी निगम को मिल रही है, जिन्होंने अपनी दुकान ही दूसरों को बेच दी। ऐसे करीब 30 सिकमी किरायेदारों की निगम ने जांच शुुरू कर दी है। जांच में आठ के करीब दुकानों का रिकार्ड गड़बड़ मिला है, जिनकी पत्रावली तक गायब हैं। वहीं निगम ने अब खुद के नाम पर दुकान अलॉट कराकर दूसरों को किराये पर देने वाले आवंटियों के खिलाफ आवंटन रद करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
शुरू किया सर्वे
दरअसल, शहर के अंदर नगर निगम द्वारा बाजार विकसित कर दुकानें किराये पर दी जाती हैं। मगर पिछले कई सालों से यह दुकानें मूल आवंटियों द्वारा किराये पर यानि सिकमी किरायेदारों को किराये पर दी जा रही हैं। नगर निगम से मूल आवंटियों ने 300 रुपए तक किराये पर दुकान ली हुई है और खुद 2 से 3 हजार रुपए तक किराया वसूल रहे हैं। जिससे निगम के राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। अब अपने राजस्व को बढ़ाने और ऐसे आवंटियों पर कार्रवाई के लिए नगर निगम ने सर्वे शुरू कर दिया है।
30 दुकानें बेची
हाल में नगर निगम की जांच में पालिका बाजार की 189 दुकानों में से 30 से अधिक दुकानें ऐसी मिली हैं, जिनको मूल आवंटियों द्वारा बेचा जा चुका है। ये लोग सिकमी किरायेदार बनकर दुकान चला रहे हैं। साथ ही कुछ ऐसे भी सिकमी किरायेदार मिले हैं, जो मूल किरायेदार के नाम से ही निगम में दुकान का किराया जमा कर रहे हैं। इस खेल में नगर निगम को करोड़ों रुपये का फटका लग चुका है।
भेजा गया था नोटिस
गत वर्ष नगर निगम ने शहर के बाजारों में सर्वें कराकर सिकमी किरायेदार रखने वाले लगभग 383 मूल आवंटियों को नोटिस भेजा था। इस नोटिस में दुकान खुद के नाम अलॉट कराकर किसी अन्य व्यक्ति को किराये पर दिया जाना या संयुक्त किरायेदारी पर रखने वाले किरायेदारों का अनुबंध निरस्त करने की चेतावनी जारी की गई थी। साथ ही ऐसे व्यापारियों से नोटिस का जवाब मांगा गया था। बावजूद इसके अधिकतर किरायेदारों ने अपनी दुकान की सही जानकारी नहीं दी थी।
फैक्ट्स
- 2010 में निगम बोर्ड ने सिकमी किरायेदारों के संबंध में प्रस्ताव पास किया था।
- शहर में घंटाघर पालिका बाजार, भगत सिंह मार्केट, मेट्रो प्लाजा के पास, शारदा रोड, तेजगढ़ी चौराहे के पास नगर दुकानें शामिल हैं।
- 973 करीब निगम की दुकानें हैं रिकार्ड के अनुसार इन बाजारों में।
- 189 दुकानें हैं घंटाघर के पालिका बाजार में नगर निगम की।
इन दुकानों के आवंटन में मिली खामियां
दुकान नंबर 10
दुकान नंबर 117
दुकान नंबर 5
दुकान नंबर 134
दुकान नंबर 172
दुकान नंबर 27
दुकान नंबर 8
दुकान नंबर 16
वर्जन
मामले की जांच की जा रही है। साथ ही ऐसे आवंटनों को निरस्त करते हुए दुकान को सिकमी किरायेदार से खाली कराया जाएगा और दोबारा आंवटन प्रक्रिया के माध्यम से जरूरतमंदों को दुकान आवंटित की जाएगी।
ब्रजपाल सिंह, सहायक नगर आयुक्त