मेरठ (ब्यूरो)। वेंक्टेश्वर ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस में आज एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ समूह अध्यक्ष डॉ। सुधीर गिरि, प्रतिकुलाधिपति डॉ। राजीव त्यागी, कैंपस निदेशक डॉ। प्रताप सिंह एवं मुख्य वक्ता सोनी जैन ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यशाला का मुख्य विषय था, तनाव एक साइलेंट किलर। 75 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक आज हमारी शारीरिक परेशानियां दिमाग से जुड़ी हुई है। 2030 तक तनाव दुनिया में बीमारियों की सबसे बड़ी वजह होगा। यह बातें कार्यशाला को संबोधित करते हुए मनोवैज्ञानिक करियर काउंसलर सोनी जैन ने कहीं।
मदद मांगने में शर्म न करें
उन्होंने यह भी कहा कि इसलिए मानसिक स्वास्थ्य के बारे में समय और जागरुकता हम सभी के लिए बहुत आवश्यक है। तनाव हमारे पूरे प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावित करता है। ज्यादा समय तक तनाव में बने रहने के कारण हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है और विभिन्न प्रकार की परेशानियां हमे घेर लेती है। हार्ट प्राक्लक, ब्लड प्रेशर, शुगर, पाचन संबंधी विकार आदि तनाव की वजह से उत्पन्न होते हैं। तनाव के दौरान शरीर लगभग 30 हार्मोंस निकलते हैं जोकि शरीर को अलग-अलग ढंग से प्रभावित करते हैं। सबसे जरूरी है यह जानना कि क्या हमें कोई मनोवैज्ञानिक समस्या है। यदि है तो कुछ उपायों को अपनाकर आराम से बाहर आ सकते हैं। लेकिन समस्या ज्यादा है तो मदद मांगने में कभी भी शर्म नहीं करनी चाहिए क्योकि ये आपके व्यक्तित्व को दर्शाती है।
ये रहे मौजूद
कार्यशाला को फार्मेसी विभाग के डायरेक्टर डॉ। दर्पण कौशिक, डीन अकादमिक डॉ। अभिषेक स्वामी एवं ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट हेड अलका सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अभिनव राणा, नीतू सिंह, गौरव वशिष्ठ, धीरज, अनुपमा, अमीषा, प्रबल, अतुल एवं मीडिया प्रभारी विश्वास राणा आदि उपस्थित रहे।