प्रेम-प्रसंग के विरोध में की थी बहन के प्रेमी की हत्या
मृतक के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने दर्ज किया था हत्या का मुकदमा
रेलवे स्टेशन के पास से पुलिस ने आरोपी को दबोचा, आला कत्ल भी बरामद
Meerut। सदर बाजार में भूसा मंडी के पास सलीम की हत्या करने वाले आरोपी मोहसिन को सदर बाजार पुलिस ने रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर आला कत्ल भी बरामद कर लिया है। आरोपी ने पूछताछ में अपना जुर्म कुबूल करते हुए अपनी बहन को परेशान करने की बात करने के विरोध में सलीम को मौत के घाट उतारने की बात कही।
क्या था मामला
इंस्पेक्टर सदर बिजेंद्र पाल राणा ने बताया कि तीन जुलाई को बिलाल अहमद पुत्र फरीद अहमद निवासी बंगला नंबर 199 बाग भूसा मंडी सदर बाजार ने थाने में आकर तहरीर देते हुए बताया था कि मेरे भाई सलीम की दो जुलाई को देर रात मोहसीन निवासी पूर्वा हाफिज अब्दुल करीम ने गोली मारकर हत्या कर दी है। इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। आरोपी मोहसिन को सिटी रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
जुर्म कुबूला
आरोपी ने पूछने में जुर्म कुबूल करते हुए पुलिस को बताया कि सलीम काफी दिनों से मेरी बहन को परेशान कर रहा था। मेरी बहन को जबरदस्ती अपने साथ ले जाना चाहता था। वह बात मुझसे बर्दाश्त नही हुई। समाज में बदनामी के कारण गुस्से में आकर सलीम के घर के पास जाकर आड़ में छुपकर सलीम के आने का इंतजार किया। सलीम के बाहर आते ही मैंने उसे पकड़कर गोली मार दी। जिसके बाद मौके से भाग निकला था। आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयोग किए गए तमंचे व कारतूस को एमएच रोड के किनारे से बरामद कर लिया गया था।
बहन की पिटाई
आरोपी ने सलीम की हत्या करने से पहले आरोपी ने अपनी बहन की भी पिटाई थी। बहन को घर के अंदर लाठी-डंडों से पीटकर घर में बंद कर दिया था। जिसके बाद तमंचा लेकर सलीम को मारने के लिए पूरी प्लानिंग तैयार कर ली थी। बहन को भी मौत के घाट उतारने के लिए आरोपी ने प्लानिंग की थी। मगर सलीम की हत्या के बाद आरोपी डर गया था।
बरामदगी
1. एक तमंचा .315 बोर
2. एक खोखा कारतूस .315 बोर
3. एक जिंदा कारतूस
पुलिस की थ्योरी अलग
हत्या के मामले में पुलिस की जांच में अलग ही थ्योरी ही सामने आई है। जिसके मुताबिक मृतक आरोपी की बहन से छेड़छाड़ करता था। दरअसल, मृतक का डेढ़ साल से आरोपी की बहन से प्रेम-प्रसंग था। मगर पुलिस ने छेड़छाड़ वाली थ्योरी को सामने रखा है।
मुझे नहीं है कोई पछतावा
हवालात में बंद मोहसिन ने कहा कि मुझे हत्या करने का कोई पछतावा नहीं है। मेरी समाज में काफी बेइज्जती हो रही थी, जिसके चलते सलीम को मौत के घाट उतारा दिया।