पुलिस ने करीब 14 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की
एडवांस में ली गई 14 करोड़ की रकम की भी पड़ताल हो रही
Meerut। पार्षद जुबेर अंसारी की हत्या करोड़ों की रकम की वजह से मानी जा रही है। पुलिस की एक टीम ने देहरादून पहुंचकर जानकारी जुटाई है। माना जा रहा है कि देहरादून की भूमि पर भी विवाद था। पुलिस की जांच में सामने आया कि मोटा मुनाफा कमाने के लिए जुबेर विवादित भूमि को हासिल कर कालोनी काटकर मोटी रकम वसूलता था।
बरसाई थी गोलियां
नौचंदी थाना क्षेत्र के ढवाईनगर निवासी जुबेर अंसारी ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम से पार्षद बने थे। शनिवार की सुबह पार्षद जुबेर अंसारी की शास्त्रीनगर स्थित आवास पर बाइक सवार दो युवकों ने ताबड़तोड़ गोली बरसाकर हत्या कर दी। पुलिस ने पहले बजौट की भूमि और फिर अब्दुल्लापुर की भूमि के हिस्सेदारों की पड़ताल की। उसके बाद पुलिस की एक टीम ने देहरादून जाकर जुबेर अंसारी की भूमि के हिस्सेदारों से बातचीत की है। माना जा रहा है कि उस भूमि पर भी विवाद था। ऐसे में पुलिस की एक टीम ने देहरादून में डेरा डालकर पड़ताल शुरू कर दी है। अभी तक पुलिस ने जुबेर से जुड़े 14 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। साथ ही पड़ताल में सामने आया कि 20 ज्यादा लोगों के साथ जुबेर की हिस्सेदारी चल रही थी।
करीबियों का हाथ
ऐसे में पुलिस मान चुकी है कि भूमि बेचकर करोड़ों की रकम हासिल करने वाले जुबेर की हत्या के पीछे करीबियों का ही हाथ है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पुलिस की तीन टीमें काम कर रही है। अगले दो दिनों में पुलिस वारदात का पर्दाफाश कर देगी। पुलिस को हत्या के मामले में लाइन मिल गई है।