मेरठ ब्यूरो। बेहतर पॉवर सप्लाई के लिए एमडी पॉवर ईशा दुहन ने देर रात 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र सूरजकुण्ड और 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र जाग्रति विहार प्रथम एवं द्वितीय का औचक निरीक्षण कर विद्युत सप्लाई की जांच की।
अभिलेखों का किया निरीक्षण
एमडी पॉवर निरीक्षण के दौरान एनके मिश्र निदेशक, आनन्द प्रकाश मुख्य अभियन्ता, धीरज सिन्हा, मुख्य अभियन्ता आदि आधिकारी उपस्थित थे। 33 केवी विद्युत उपकेन्द्र सूरजकुण्ड मे निरीक्षण के दौरान प्रबन्ध निदेशक द्वारा स्विच यार्ड, पावर ट्रांसफार्मर, 33 केवी स्विच गियर एवं कन्ट्रोल पैनल 11 केवी स्विच गियर की ट्रिपिंग, सेपटी इक्यूपमेंट, बिजलीघरों पर स्थित अभिलेख आदि का गहराई से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होनें कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता उपभोक्ताओं कों बाधारहित, गुणवत्तापरक विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराना है।
सुरक्षा उपकरण का रखें ध्यान
एमडी ने धीरज सिन्हा मुख्य अभियन्ता को निर्देश दिये कि विजलीघरों पर लाईन स्टाफ को सुरक्षा उपकरण हर हाल में मुहैया कराये जाये। उन्होने मौके पर उपस्थित मौ आरिफ खॉन अवर अभियन्ता से पावर ट्रांसफार्मर में तेल का लेवल, ट्रांसफार्मर के रेडियेटर, प्रोटेक्शन बोर्ड, रिले अर्थिंग आदि के संबंध में सवाल-जवाब किये, जिसका अवर अभियन्ता द्वारा धैर्यपूर्वक संतोषजनक जवाब दिया गया।
एसएसओ को किया बर्खास्त
सूरजकुण्ड विद्युत उपकेन्द्र के निरीक्षण के बाद प्रबन्ध निदेशक देर रात लगभग 33/11 केवी उपकेन्द्र जाग्रति विहार प्रथम मेरठ पहुंची। यहां पर उन्होनें एसएसओ ब्रजभूषण से डयूटी पर आने और जाने के समय की जानकारी ली। एसएसओ ने बताया कि आठ-आठ घंटे की ड्यूटी की जा रही है इस संबंध में प्रवन्ध निदेशक द्वार सख्ती से पर पूछने पर एसएसओ ने 16 घंटे डयूटी करने की बात कही, एसएसओ द्वारा कार्यों मे उदासीनता बरतने पर, एमडी द्वारा कडी नाराजगी व्यक्त की गई। एसएसओ द्वारा कार्यों में उदासीनता बरतने पर एसएसओ ब्रजभूषण को बर्खास्त करने के निर्देश मुख्य अभियन्ता को दिये गए। इस संबंध में प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि एसएसओ व लाईन स्टाफ से निर्धारित समय के अनुसार ही कार्य कराया जाये, डबल शिफ्ट या अधिक समय कार्य करने से कोई भी विद्युत दुर्घटना घटित हो सकती है।
रात में मिले निर्बाध आपूर्ति
इस दौरान प्रबन्ध निदेशक द्वारा निर्देशित किया गया कि राजस्व वसूली के माहवार लक्ष्य भी बिजलीघर पर आवश्यक रूप से चस्पा किये जाए। जाग्रति विहार बिजलीघर प्रथम का निरीक्षण करने के बाद प्रबन्ध निदेशक द्वारा 33/11 केवी उपकेन्द्र जाग्रति विहार द्वितीय का निरीक्षण किया गया जहाँ पर उन्होने अवर अभियन्ता से सुरक्षा उपकरणों में फायर एक्सटंग्विशर मे रिफलिंग आदि की जानकारी ली। इस संबंध में उन्होनें कहा कि यार्ड में पर्याप्त प्रकाश, रेत, बालू और सेफ्टी इक्यूपमेंट आदि का रख-रखाव हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। उन्होनें अवर अभियन्ता को निर्देश दिये कि रात मे उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए, लाईन स्टाफ अपने-अपने क्षेत्रों में नाईट पैट्रोलिंग करें एवं विद्युत व्यवधान होने पर, विद्युत व्यवधान को शीघ्र अटेण्ड कर विद्युत आपूर्ति बहाल करें।