मेरठ ब्यूरो। बिजली गुणवत्ता सुधार के लिए एमडी पीवीवीएनएल चैत्रा वी। ने 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र फाजलपुर का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रबन्ध निदेशक ने कहा सभी 33/11 केवी बिजलीघरों द्वारा उपभोक्ताओं को ट्रिपिंग फ्र विद्युत आपूर्ति हो। औद्योगिक क्षेत्रों में गुणवत्तापरक निर्बाध विद्युत आपूर्ति के निर्देश दिये ताकि उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
रखरखाव पर ध्यान दें
प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि विद्युत उपकेन्द्रों के ब्रेकर, सर्किट ब्रेकर एवं पावर ट्रांसफार्मर का नियमित मेंटीनेंस हो। बिजलीघरों में स्थित अभिलेखों एवं सुरक्षा उपकरणों का रख-रखाव, फायर सेफ्टी इक्यूप्मेन्ट की नियमित चेकिंग करायी जाए। उन्होंने अधिकारियों को परिसरों की साफ-सफाई, विद्युत आपूर्ति के सापेक्ष शतप्रतिशत राजस्व संग्रह के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने तथा उपभोक्ताओं की शिकायतों का तत्परता से निस्तारण करने के निर्देश दिये।
एकमुश्त योजना की हुई समीक्षा
विद्युत उपकेन्द्र का निरीक्षण करने के बाद प्रबन्ध निदेशक द्वारा क्षेत्रीय कार्यालय का भ्रमण किया और वाणिज्यिक एवं तकनीकी बिन्दुओं कीगहन समीक्षा की। 'एकमुश्त समाधान योजना' की समीक्षा करते हुये प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि योजना का लाभ प्रत्येक पात्र उपभोक्ताओं को पहुँचाने के लिए अधिकारी/कर्मचारी प्रयास करें। वसूली में तेजी लाएं उन्होंने अधिकारियों को हिदायत दी कि उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के साथ-साथ बकायेदार उपभोक्ताओं से वसूली में तेजी लायी जाये। उन्होंने उपभोक्ताओं को रीडिंग आधारित सही बिल, सही समय पर निर्गत करने के निर्देश दिये।
निर्बाध आपूर्ति प्राथमिकता
प्रबंध निदेशक ने कहा सभी सम्मानित उपभोक्ताओं को सुचारू रूप से निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराना निगम की प्राथमिकता है। अधिकारी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की गुणवत्ता और विश्वसनीयता बेहतर करने के लिये सार्थक प्रयास करें। निरीक्षण के दौरान संजय जैन निदेशक(वाणिज्य), एके श्रीवास्तव मुख्य अभियन्ता, अधिशासी अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड आदि अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।