पढ़ाई पर स्टूडेंटस का बढ़ रहा फोकस
इंडिविजुअल रिजल्ट की वजह से बढ़ रही क्वालिटी
Meerut। सीजीपीए ग्रेडिंग सिस्टम खत्म होने के बाद पढ़ाई की क्वालिटी में काफी सुधार हो रहा है। यही वजह है कि पिछली परफॉर्मेस में बेहतर प्रदर्शन के चलते स्टूडेंट्स बोर्ड में अच्छे मार्क्स गेन कर पाएं हैं।
बेहतर रहे रिजल्ट
सीबीएसई की ओर से 2017-18 सेशन से बोर्ड एग्जामिनेशन सिस्टम लागू कर दिया गया था। उसके बाद से ही दसवीं के रिजल्ट काफी बढि़या रहे हैं। स्कूल प्रिंसिपल्स भी मानते हैं कि मार्किंग सिस्टम होने से रिजल्ट बेहतर रहे हैं।
निकल रहे टॉपर्स
सीबीएसई की ओर से दसवीं में मार्किंग सिस्टम लागू होने के बाद से ही कई बदलाव हुए हैं। 2018-19 के रिजल्ट में जिले से जहां नेशनल टॉपर निकले थे वहीं 2020-21 सेशन भी स्टूडेंटस ने जमकर कमाल किया है। जिले में इस साल 99.8 प्रतिशत मार्क्स हासिल करने वालों की संख्या बढ़ी है वहीं 99.6 और 99.4 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले स्टूडेंटस की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
बढ़ रहा फोकस
स्कूल प्रिंसिपल्स का कहना है कि मार्किंग सिस्टम में इंडिविजुअल रिजल्ट पर पूरा फोकस होता है। इसकी वजह से जहां स्टूडेंट्स का पढाई पर पूरा फोकस होता है वहीं पहले से ही वह पढ़ाई पर ध्यान देते हैं। सीसीई पैटर्न में केवल स्कूल लेवल पर ही ग्रेडिंग की जाती थी।
दसवीं में मार्किंग सिस्टम लागू होने की वजह से एजुकेशन सिस्टम का स्तर बढ़ा है। ग्रेडिंग सिस्टम में स्टूडेंट्स समझ नहीं पाते थे कि उन्हें कहां बेहतर करना है। अब वह शुरु से ही फोकस्ड रहते हैं।
राहुल केसरवानी, सहोदय अध्यक्ष
स्कूल और स्टूडेंट्स दोनों का इंडिविजुअल रिजल्ट आता है। ऐसे में पढ़ाई का पूरा फोकस रहता है। मार्किंग सिस्टम में स्टूडेंट्स को अपनी बेस्ट परफार्मेंस देनी ही होती है।
आशिम कुमार दूबे, प्रिंसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल
मार्किंग सिस्टम से रिजल्ट के साथ ही स्टूडेंट्स की परफॉर्मेंस में भी काफी सुधार हुआ है। स्टूडेंटृस पढ़ाई पर ज्यादा फोकस कर रहे है। इसकी वजह से उनका आगे का भी बेस मजबूत हो रहा है।
वाग्मिता त्यागी, वाइस प्रिंसिपल, गार्गी गर्ल्स स्कूल