मेरठ (ब्यूरो)। मेडिकल कालेज की चिकित्सीय सुविधाओं में लगातार इजाफा करते हुए बोन रिप्ललेसमेंंट का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है। इसमें ओस्टियोआर्थराइटिस नाम की बीमारी से ग्रस्त एक महिला मरीज के दोनो घुटनों का एक साथ सफल रिप्लेसमेंट किया गया।
दोनों घुटने की सर्जरी
मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉक्टर वीडी पांडे ने बताया की लाला लाजपत राय स्मारक मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग में 56 वर्षीय कुसुम का एक बार में दोनों घुटनों का सफल रिप्लेसमेंट किया गया। अस्थि रोग विभाग के सह आचार्य डॉक्टर शशांक जिंदल एवं एनेस्थेसियोलाजी विभाग के आचार्य डॉक्टर योगेश माणिक और उनकी टीम ने दोनों घुटने की सफल रिप्लेसमेंट सर्जरी की।
ओस्टियोआर्थराइटिस से पीडि़त
डॉक्टर शशांक जिंदल सह आचार्य अस्थि रोग विभाग ने बताया की कुसुम ओस्टियोआर्थराइटिस नाम की बीमारी से ग्रसित थी। जिस कारण उनको चलने फिरने, जीना चढऩे उतरने में घुटनों में अत्यधिक दर्द होता था। उन्होंने अस्थि रोग विभाग की ओपीडी में सलाह ली उनको दोनों घुटने रिप्लेसमेंट सर्जरी की सलाह दी गई। मरीज के दोनों घुटनों की सफल सर्जरी कर दी गई है। ऑपरेशन के अगले ही दिन मरीज को चलाया गया। वह बिना किसी सहारे एवं बिना दर्द के चल फिर पा रही हैं एवं दैनिक दिनचर्या के सभी कार्य कर पा रही है।
सरकारी योजना में मिलेगा निशुल्क लाभ
मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर आरसी गुप्ता ने बताया की आमतौर पर दोनों घुटनों की रिप्लेसमेंट सर्जरी एक साथ नहीं की जाती है। परंतु डॉक्टर शशांक जिंदल एवं उनकी टीम ने दोनों घुटनों की एक साथ सफल सर्जरी कर कीर्तिमान स्थापित किया है। आयुष्मान भारत योजना अथवा पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस योजना के लाभार्थी हैं तो मेडिकल कालेज में परामर्श लेकर, सर्जरी करा कर नि:शुल्क स्वास्थ प्राप्त कर सकते हैं।