जावेद ने जमापूंजी से खरीदकर दिया था नर्गिस को मकान
Meerut। हरिनगर में महिला की हत्या के पीछे की पूरी कहानी पहली नजर में फिल्मी नजर आती है। पुलिस से पूछताछ में हत्यारोपी जावेद ने जो खुलासे किए, उससे पता चलता है कि जावेद ने नर्गिस के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था।
नहीं हो सका था निकाह
पुलिस के अनुसार, दोनों के बीच प्रेम की शुरुआत हापुड़ अड्डे के भगत सिंह मार्केट इलाके में हुई थी। वहां जावेद सब्जी का ठेला लगाता था और नर्गिस ब्यूटी पार्लर का काम सीखने जाती थी। सब्जी के ठेले के काम की जानकारी मिलने पर नर्गिस के परिवार ने जावेद से निकाह करने से मना कर दिया था। इसके बाद जावेद ने सब्जी का काम छोड़कर कपड़े का काम शुरू किया।
हो गई शादी
इसी बीच परिवार के लोगों ने नर्गिस की शादी दिल्ली की एक निजी कंपनी में काम करने वाले असलम से कर दी लेकिन नर्गिंस की शादी के बाद भी उसका जावेद से प्यार खत्म नहीं हुआ और दोनों का लगातार मिलना-जुलना जारी रहा। इसी बीच जावेद का भी निकाह हो गया। पुलिस के अनुसार उसके भी दो बच्चे हैं और नर्गिस के भी पांच बच्चे हैं। उसके बाद नर्गिस के पति असलम को भी उनके संबंध के बारे में पता चल गया। इसे लेकर नर्सिग और असलम के बीच अक्सर विवाद रहता था।
ठप हुआ कारोबार
जावेद ने बताया कि उसी ने नर्गिस को हरिनगर वाला मकान खरीदकर दिया था। यह उसकी कपड़े के कारोबार की कमाई से खरीदा गया था। मकान खरीदकर देने में उसने 14 साल में बनाया कपड़ों का कारोबार खत्म कर दिया। इसके बाद अब वह ऑटो चलाकर गुजारा कर रहा था।