मेरठ ब्यूरो। परतापुर स्थित ग्राम डुंगरावली में रामकथा का आयोजन हो रहा है। कथा व्यास योगेन्द्र माधव भारद्वाज ने गुरुवार को भगवान राम की बाल लीलाओं के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि जब जब धरती पर पाप बढ़ता है। तो धरा पर भगवान जन्म लेते हैं। त्रेता युग में भी रावण के पाप बढ़ गए थे। उन्होंने रामचरित मानस की चौपाई के माध्यम से बताया कि राम जन्म के हेतु अनेका। कहा कि भगवान के अवतरण के कई कारण होते हैं। पहला तो धरती पर धर्म की स्थापना करना, उसके बाद भक्तों की रक्षा करना। प्रभु राम ने भी भक्तों की रक्षा के लिए वन गमन किया था।
राम जन्म के हेतु अनेका
उन्होंने गुरुवार की कथा में भगवान राम के वरिष्ठ मुनि के आश्रम में अध्ययन, विश्वामित्र आगमन और ताडक़ा वध के साथ-साथ धनुष यज्ञ की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि शिव जी के धनुष को तोडक़र भगवान राम ने माता सीता से विवाह किया था।
ये लोग रहे मौजूद
कथा में नितिन खटीक, अमित अग्रवाल, सुमित खटीक, जयप्रकाश लोधी, नरेश प्रधान, प्रमोद, अरुण, सौरव कश्यप और सैकड़ों भक्त मौजूद रहे।