06 हजार लोगों पर लॉकडाउन उल्लंघन का हुआ था केस दर्ज
- 97 हजार कुल चालान मेरठ में दर्ज हुए हैं साल 2020 में
-10 हजार के करीब चालान मेरठ जिले में हुए थे हर महीने
Meerut । योगी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान दर्ज मुकदमों को वापस लेने का फैसला लिया है। इससे मेरठ के भी छह हजार व्यापारियों को राहत मिलेगी। गौरतलब है कि प्रदेश भर के थानों में लॉकडाउन में धारा 188 के उल्लंघन के मामले दर्ज किए गए थे। अब उन्हें वापस लिया जाएगा।
छह हजार पर केस
लॉकडाउन में गलत ढंग से दुकान खोलने के आरोप में मेरठ में व्यापारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं लॉकडाउन उल्लंघन के मामले भी दर्ज किए गए थे। मेरठ में छह हजार मुकदमे व्यापारी समेत लोगों पर दर्ज हुए थे, जिन्हे वापस लेने की तैयारी है।
97 हजार ई-चालान काटे
ट्रैफिक पुलिस ने 2020 में एक जनवरी से 31 दिसंबर तक 97 हजार वाहनों के ई-चालान किए है। प्रत्येक महीने नौ-दस हजार वाहनों के चालान पुलिस कर रही है। एक ई-चालान भेजने पर ट्रैफिक पुलिस के सात रुपये खर्च होते हैं। जबकि 2021 की बात करें तो अब तक पंद्रह हजार चालान पांच फरवरी तक हो चुके है। इन चालान का जुर्माना भी वसूला जाएगा।
----------
योगी सरकार का यह बहुत अच्छा निर्णय है। लॉकडाउन में कई साथियों पर अनावश्यक रुप से मुकदमें दर्ज कर दिए गए थे जबकि उनके पास अनुमति पास थे।
- अनुराग अग्रवाल, आईआईए अध्यक्ष
लॉकडाउन में अपनी दुकानों पर जा रहे व्यापारियों को जिनके पास अनुमति थी, जो आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत आते थे उन पर मुकदमा दर्ज किया गया था। हम लगातार इन मुकदमों को वापस लेने के लिए प्रशासन से मांग कर रहे थे। इससे व्यापारियों को राहत मिलेगी।
- अजय गुप्ता, अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ
सरकार ने देर से यह निर्णय लिया पर सही लिया। हम लगातार व्यापारियों व अन्य लोगों के पक्ष में यह मांग कर रहे थे कि मुकदमे हटाए जाएं।
- नवीन गुप्ता, अध्यक्ष संयुक्त व्यापार संघ