लिसाड़ी गेट से यूपी समेत आसपास के जिलों में भी सप्लाई किए जा रहे हैं अवैध हथियार

रोहिंग्या और खालिस्तानी नेटवर्क की जड़े भी लिसाड़ी गेट में आई सामने

Meerut। हथियारों की तस्करी का बड़ा हब मेरठ बन गया है। यहां खालिस्तानी आतंकियों से लेकर बड़ी-बड़ी घटनाओं तक के लिए हथियारों की सप्लाई की जा रही है। रविवार को नोएडा पुलिस ने हथियार तस्करों की निशानदेही पर लिसाड़ी गेट में छापेमारी की। मेरठ में बड़े पैमाने पर हो रही हथियार तस्करी कई सवाल खड़े कर रही है।

नहीं पकड़े जाते सरगना

शहर का लिसाड़ी गेट इलाका पुलिस के लिए किसी तिलिस्म से कम नहीं है। यह इलाका अवैध हथियारों की फैक्ट्री का गढ़ बन चुका है। मगर जब भी यहां कोई फैक्ट्री पकड़ी जाती है तो पुलिस केवल मौके पर पकड़े गए तस्करों और कारीगरों को ही दबोचकर खानापूर्ति कर लेती है। लिसाड़ी गेट में अब रोहिंग्या और खालिस्तानी नेटवर्क की जड़े भी दिखने लगी हैं।

पकड़े गए रोहिंग्या

यूपी एटीएस ने मेरठ और बुलंदशहर से चार रोहिंग्या नागरिकों को 18 जून को गिरफ्तार किया था। यह गिरोह म्यांमार और बांग्लादेश के रिफ्यूजी कैंप में रहने वाले लोगों को अवैध तरीके से भारत में लाकर विभिन्न फैक्ट्रियों में काम दिलाने के बदले कमीशन वसूलता था। हाफिज शफीक व मुफीजुर्रहमान को मेरठ और अजीजुर्रहमान व मोहम्मद इस्लाइल को बुलंदशहर के खुर्जा से गिरफ्तार किया गया था। चारों आरोपी मूल रूप से म्यांमार के रहने वाले थे। खरखौदा थाना क्षेत्र के ग्राम अलीपुर और ईरा गार्डन में आरोपी रह रहे थे। आरोपियों के कब्जे से कई आधार कार्ड, राशन कार्ड भी बरामद किए गए थे। सभी आरोपियों का लिसाड़ी गेट कनेक्शन भी पुलिस की जांच में सामने आया था।

कई राज्यों में सप्लाई

अवैध हथियारों की फैक्ट्रियों से पकड़े गए कारीगरों और दूसरे राज्यों की पुलिस की बार-बार दबिश से यह साफ है कि अवैध हथियारों की सप्लाई देश के कई राज्यों तक है। इनमें दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा भी शामिल हैं। यही नहीं, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, शामली, बागपत, बुलंदशहर, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब समेत अन्य जगहों से भी आने वाली डिमांड पर लिसाड़ी गेट की अवैध हथियार फैक्ट्रियों में हथियार तैयार कर भेजे जा रहे हैं।

अवैध हथियार फैक्ट्रियों के गढ़

ब्रह्मपुरी

लिसाड़ी गेट

किठौर में राधना

मुंडाली में जिसौरा

परिक्षितगढ़ में अहमदनगर बढ़ला

खादर के कई गांव

मवाना

अवैध हथियारों के दाम

तमंचा -- 2000-7000 रुपये

पीतल पचपेड़ा रिवॉल्वर -- 3500

मेरठी पिस्टल (6 गोली) -- 4 से 12 हजार

मेरठी पिस्टल (9 गोली) -- 12 से 17 हजार

मेरठी रिवॉल्वर (5 गोली) -- 20 से 30 हजार

मेरठी रिवॉल्वर (6 गोली) -- 30 से 45 हजार

ऑनलाइन चलता है कारोबार

पुलिस की कार्रवाई से ये स्पष्ट हुआ है कि अब अवैध हथियार फैक्ट्री के मालिकों ने अपने पैसा सेफ रखने के लिए डिमांड से लेकर भुगतान तक ऑनलाइन कर दिया है। हथियारों के सैंपल भी व्हॉट्सऐप पर दिखाए जाते हैं और पेमेंट भी ऑनलाइन लिया जाता है।

अवैध हथियारों की तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए सभी थानेदार और सीओ को निर्देशित किया गया है। पुराने हथियार तस्करों पर भी निगरानी रखी जा रही है।

प्रभाकर चौधरी, एसएसपी, मेरठ

नोएडा पुलिस ने दो हथियार तस्कर दबोचे

नोएडा के बिसरख थाने की पुलिस ने रविवार को हथियार तस्करों की निशानदेही पर लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग जगह ताबड़तोड़ दबिश दी। थाना बिसरख नोएडा की छह सदस्यीय टीम राजीव कुमार सिंह एसआई के नेतृत्व में लिसाड़ी गेट थाने पहुंची और आमद दर्ज कराई। इसके बाद लिसाड़ी गेट थाने की पुलिस के साथ नोएडा पुलिस की टीम ने तीन आरोपी सगीर, शकील आफताब निवासी गाजियाबाद को साथ लेकर कांच का पुल और किदवई नगर पहुंची। यहां से पुलिस ने यहां से दो आरोपियों को हिरासत में भी लिया। बताया जा रहा है कि आरोपियों के कब्जे से हथियार भी बरामद किए गए हैं।