मेरठ (ब्यूरो)। परतापुर स्थित ग्राम डुंगरावली में रामकथा का आयोजन हो रहा है। कथा व्यास योगेन्द्र माधव भारद्वाज ने गुरुवार को भगवान राम की बाल लीलाओं के बारे में बताया। उन्होंने शबरी आश्रम में भगवान श्री राम के आगमन की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीराम ने शबरी माता को नवधा भक्ति की महिमा बताई थी। सीता हरण की कथा के साथ-साथ जटायु मरण की कथा सुनाई।

राम से है देश की पहचान
उन्होंने बताया कि जब जब धरती पर पाप बढ़ता है। तो धरा पर भगवान जन्म लेते हैं। त्रेता युग में भी रावण के पाप बढ़ गए थे। उन्होंने कहाकि भगवान राम के पदचिन्हों पर चलकर ही हमें नए भारत का निर्माण कर सकते हैं। भारतीय संस्कार ही दुनिया में पूज्यनीय है। इस कारण दुनियाभर के लोग भारत में आते हैं। उन्होंने कहाकि गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस के माध्यम से हमें जीवन जीने का तरीका समझाया है।

ये लोग रहे मौजूद
कथा में नितिन खटीक, मंगत खटीक, जयप्रकाश लोधी, नरेश प्रधान, प्रमोद, मनोज, बबलू लोधी, सोकिंदर कश्यप, विकांशु बसुटा आदि कई भक्त मौजूद रहे।