मेरठ (ब्यूरो). सीसीएसयू की महाराणा प्रताप लाइब्रेरी में अब लाइब्रेरी कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड जरूरी कर दिया है। यूनिवर्सिटी की वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने निर्देश दिया है कि अब आई कार्ड के साथ ही आधार कार्ड देना होगा। तभी लाइब्रेरी कार्ड बनाया जाएगा। अराजकतत्व किसी दूसरे स्टूडेंट्स का आई कार्ड यूज कर लाइब्रेरी कार्ड बनवा लेते थे। ऐसे अराजकतत्वों पर नकेल कसने के लिए यूनिवर्सिटी ने ये कदम उठाया है। जिससे कि कोई अप्रिय घटना न हो सके।

फर्जी कार्ड के मामले आ चुके सामने
वीसी के अनुसार यूनिवर्सिटी में इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। जिनमें फर्जी तरीके से लाइब्रेरी कार्ड बनवाकर स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी में प्रवेश किया है। ऐसे स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी की छवि को धूमिल करने का भी प्रयास किया है। ऐसी घटनाएं दोबारा घटित न हों, इसलिए ही यह नियम बनाया गया है। आधार कार्ड से आसानी से पता लगाया जा सकता है कि लाइब्रेरी कार्ड असली है या नकली।

नहीं हो पाएगा फर्जीवाड़ा
वीसी प्रो। संगीता शुक्ला ने बताया कि अब अधिकतर हर चीज को आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा। इसकी शुरुआत कर दी गई है। इससे काफी हद तक फर्जीवाड़ा रोका जा सकता है। लाइब्रेरी कार्ड में आधार लिंक करवाया जा रहा है। जिससे काफी मदद मिलेगी।

ओल्ड कार्ड नहीं चलेगा
जिनके कार्ड बने हैं। यदि उनकी वैद्यता खत्म हो जाती है तो एक सप्ताह में रिन्यू करना जरूरी है। वैद्यता खत्म हुए कार्ड से न तो लाइब्रेरी में प्रवेश दिया जाएगा और न ही उसे किताबें पढऩे की इजाजत। ऐसे में रिन्यूवल जरूरी है। वीसी के अनुसार अक्सर ऐसा होता है कि किसी पुराने कार्ड के जरिए बाहरी स्टूडेंट्स लाइब्रेरी में प्रवेश कर जाते हैं जो कि गलत है।

स्टूडेंट्स कोट्स
ये अच्छी बात है। इससे यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में केवल वही स्टूडेंट्स पहुंचेंगे जिनको लाइब्रेरी की जरूरत है। अनावश्यक लोगों की एंट्री बंद करनी जरूरी है।
वासु

पहले भी कई बार लाइब्रेरी में बाहरी लोगों की एंट्री बंद करने के प्रयास किए गए हैं पर किसी न किसी तरह से इन नियमों के विरुद्ध जाकर भी एंट्री करवा दी जाती है। जो कि गलत है।
प्रियंका

पहले भी कई बार यूनिवर्सिटी में में बाहरी तत्वों को रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन, उनकी एंट्री रोकना संभव नहीं है। क्योंकि वो किसी न किसी तरह आ ही जाते हैं। ऐसे में कोई सख्त कदम उठाना जरूरी है।
अरुण

वर्जन
जिनका लाइब्रेरी कार्ड नहीं है। अक्सर ऐसे स्टूडेंट्स भी दोस्तों से मिलने के बहाने लाइब्रेरी में प्रवेश ले लेते हैं। इससे कई बार यूनिवर्सिटी का माहौल खराब होते-होते बचा है। ऐसे में बाहरी तत्वों पर रोक लगाने के लिए आधार कार्ड के नियम को लागू किया गया है। इससे कहीं हद तक बाहरी तत्वों पर रोक लग सकेगी।
-प्रो। संगीता शुक्ला, वीसी, सीसीएसयू