मेरठ (ब्यूरो)। मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने एंड स्टेज किडनी डिजीज से ग्रस्त 40 साल के मरीज को नया जीवन देकर चिकित्सा जगत में नया उदाहरण प्रस्तुत किया। मरीज की सफल किडनी ट्रांसप्लांट लाइफ सेविंग सर्जरी की गई।
पहला ट्रांसप्लांट रहा था फेल
इस केस के संबंध में जानकारी देने के लिए प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता में मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के एसोसिएट डायरेक्टर डॉक्टर वरुण वर्मा ने इस केस की जटिलता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मेरठ के 40 वर्षीय मरीज राहुल एंड स्टेज रीनल डिजीज (ईएसआरडी) से पीडि़त थे और इससे पहले किसी हेल्थ केयर इंस्टिट्यूट में 2020 में भी किडनी ट्रांसप्लांट करा चुके थे। लेकिन मरीज का पहला ट्रांसप्लांट फेल रहा। मरीज की हालत काफी संवेदनशील थी और उनका पिछले ट्रांसप्लांट फेल हो चुका था, इसलिए हमें पर्सनलाइज्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के हिसाब से तैयारी करनी थी। हमने डिसेन्सिटाइजेशन से शुरू किया, जिसने एंटीबॉडी के स्तर को कम कर दिया ताकि एक सफल ट्रांसप्लांट हो सके। ओपन किडनी ट्रांसप्लांट वाली सर्जरी की गई और मरीज की रिकवरी अच्छी रही।
यूरिनरी इंफेक्शन की वजह से बुखार
डॉ। वरुण ने बताया कि सर्जरी के बाद पहले हफ्ते में मरीज की हालत स्थिर प्रोग्रेस वाली रही, यूरिनरी इंफेक्शन की वजह से बुखार हुआ क्योंकि मल्टी ड्रग-रेजिस्टेंस स्यूडोमोनास दिया जाता है। एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाओं की मदद से टीम ने इंफेक्शन को सफलतापूर्वक मैनेज किया। इंफेक्शन को कंट्रोल करने और सर्जरी के बाद किडनी के बेहतर प्रदर्शन को सुनिश्चित करने की टीम की क्षमता, ट्रांसप्लांट की लंबे समय तक की सफलता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण थी।