मेरठ (ब्यूरो). आवास विकास की सबसे महत्वपूर्ण योजना जागृति विहार एक्सटेंशन योजना संख्या 11 में अपने आवास का सपना लोगों को थोड़ा महंगा पड़ सकता है। दरअसल, जागृति विहार एक्सटेंशन में जमीन और आवास की लगातार बढ़ती डिमांड को देखते हुए आवास विकास ने जमीन के रेट 2 से 3 हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से बढ़ा दिए हैं। मगर राहत की बात ये है कि एक्सटेंशन की फ्लैट योजना में रेट नहीं बढ़ाए गए हैं। फ्लैट तीन साल पुराने रेट पर ही उपलब्ध हैं।
जमीन की बढ़ी डिमांड
30 मार्च को शासन स्तर पर आवास विकास की योजनाओं में जमीन के रेट को लेकर विचार-विमर्श हुआ था। इसके तहत अब एक अप्रैल से जमीन के नए रेट को लागू कर दिया गया है। इसके तहत जागृति विहार एक्सटेंशन समेत विभिन्न योजनाओं में जमीन के रेट में एक से दो हजार रुपए तक का इजाफा किया गया है। आवास विकास की सबसे प्रमुख योजना जागृति विहार एक्सटेंशन के चारों तरफ कनेक्टिंग रोड, रिंग रोड आदि का विकास होने के चलते यहां जमीन की डिमांड बढ़ रही है। इसके चलते यहां की जमीन का रेट 21 हजार से बढ़ाकर 23 हजार तक कर दिया गया है। जबकि फ्लैट के रेट में कोई इजाफा नही किया गया है। वहीं इसके बाद भी मंगल पांडेय नगर में जमीन अभी भी एक्सटेंशन के रेट से भी मंहगी चल रही है।
यहां जमीन सबसे महंगी
आवास विकास की जमीनों में मंगल पांडेय नगर की जमीन के रेट सबसे ज्यादा हैं। मंगल पांडेय नगर में जमीन का रेट 32 हजार रुपये रुपए प्रति वर्ग मीटर से बढ़ाकर 35 हजार रुपए वर्ग मीटर कर दिया गया है। वहीं मोहनपुरी में भी लंबे समय बाद रेट में इस बार 3 हजार रुपए का इजाफा किया गया है।
पांच हजार से ज्यादा दाम
गौरतलब है कि दो साल से कोरोना संक्रमण के कारण आवास विकास की जमीन के रेट स्थिर बने हुए थे। इससे पहले 2017 में आवास विकास ने जमीन के रेट में इजाफा किया था। अब करीब पांच साल बाद दोबारा रेट रिवाइज किए गए हैं। इन पांच साल में जमीन का पांच हजार रुपए प्रति वर्ग मीटर से अधिक बढ़ चुका है।
आवास विकास की योजनाएं और रेट
योजना रेट (प्रति वर्ग मीटर)
2017 2021 2022
जागृति विहार एक्सटेंशन जमीन 19000 21000 23900
जागृति विहार एक्सटेंशन फ्लैट 15000 5000 15000
मंगल पांडेय नगर 26000 32000 35200
शास्त्रीनगर 21000 26000 28400
मोहनपुरी 18000 20000 23000
वर्जन
मुख्यालय स्तर पर कई प्रमुख योजनाओं में जमीन के दाम का इजाफा किया गया है। इसमें मेरठ की भी कुछ प्रमुख योजनाएं शामिल हैं। एक्सटेंशन में फ्लैट योजना की तरफ लोगों का रुझान कम है इसलिए उनके रेट अभी स्थिर हैं।
केशव कुमार, संपत्ति अधिकारी