मेरठ (ब्यूरो)। गर्मियां शुरु होने को है ऐसे में जल की एक एक बूंद का महत्व गर्मी के साथ बढऩे लगा है। लेकिन जल निगम की लापरवाही से शहर की सड़कों पर हजारों लीटर पानी व्यर्थ बह रहा है। ऐसा ही एक नजारा बुधवार अल सुबह से साकेत स्थिति एलआईसी चौराहे पर देखने को मिला जहां बीच चौराहे मे भूमिगत पाइप लाइन टूटने से पानी का फव्वारा फूट गया। सूचना मिलने पर एनजीओ बूूंद फाउंडेशन के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर पाइप लाइन जोडऩे का प्रयास किया।
लापरवाही से हुआ पेयजल बर्बाद
गौरतलब है कि मंगलवार को साकेत रोड पर जलनिगम की टीम 16 इंज की मेन पाइप लाइन पर काम कर रहे थे तभी पाइप लाइन का ज्वाइंट टूटने से पानी लीक होना शुरु हो गया। लेकिन पाइप का ज्वाइंट ठीक करने के बजाए निगम के कर्मचारी वापस चले गए। देर रात से ज्वाइंट से पेयजल बहना शुरु हुआ और सुबह तक मेन रोड पर जलभराव की स्थिति बन गई। साकेत पंप के सामने जलभराव के कारण सड़क पर चलने वाले वाहनों को रोड के दूसरी साइड से होकर गुजरना पड़ा जिससे ट्रैफिक की स्थिति बिगड़ृ गई। स्थानीय लोगों ने नगर निगम में फोन करके जलभराव की जानकारी दी लेकिन दोपहर तक जल निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर पाइप लाइन की मरम्मत नही की।
घंटों निगम को फोन मिलाते रहे लोग
सूचना मिलने पर एनजीओ बंूद फाउंडेशन के सदस्य रवि कुमार ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच कर ज्वाइंट को बंद करने का प्रयास किया लेकिन मेन लाइन का पाइप बड़ा होने के कारण पेयजल का बहना नही रुका। एनजीओ समेत स्थानीय लोगों ने नगर निगम को फोन कर जानकारी देने का प्रयास किया लेकिन घंटों आला अधिकारियों के फोन नही उठे। बाद में सूचना मिलने पर नगर निगम ने पांडवनगर व साकेत के नलकूपों को बंद कर पाइप लाइन से पानी की सप्लाई रोक दी। जिसके बाद पाइप लाइन से पानी बहना रुक गया। 9 बजे पानी की सप्लाई बंद होने के घंटो बाद जल निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर लाइन का ज्वाइंट रिपेयर करना शुरु किया। देर रात से सुबह 9 बजे तक पाइन लाइन रिपेयर नही होने से पूरी सड़क पर दूर दूर तक जलभराव की स्थिति बन गई थी।
इलाकों की पेयजल आपूर्ति हुई बाधित
पाइप लाइन टूटने से साकेत चौराहे के आसपास कई प्रमुख इलाकों जिनमें साकेत, पांडवनगर, नंगला बटटू, मंगलपाडेय नगर, जेल चुंगी, बलवंत नगर आदि क्षेत्रों की पेज जल आपूर्ति दोपहर तक बाधित रही। लाइन रिपेयर होने के बाद पेयजल की सप्लाई शुरु की गई लेकिन जलभराव के कारण देर शाम तक पूरी रोड पर गारे और कीचड़ के कारण यातायात बाधित रहा। 12 घंटे तक बहता रहा लाखों एमएलडी पेयजल