मेरठ (ब्यूरो)। देशभर में कोरोना वायरस की संभावित लहर को देखते हुए जिला प्रशासन समेत स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। इसी अलर्ट के चलते मंगलवार को शहर में स्वास्थ्य महकमे के इंतजामों को जांचने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
डमी मरीजों पर मॉक ड्रिल
मेरठ का लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज वेस्ट यूपी का एक बड़ा हेल्थ सेंटर है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर तथा तीसरी लहर में मेरठ के इसी मेडिकल कॉलेज में हजारों पेशेंट भर्ती किए गए और ठीक भी हुए। लेकिन एक बार फिर देश पर कोरना वायरस का खतरा मंडरा रहा है। जिसको लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलर्ट जारी किया है। साथ ही लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए और स्वास्थ्य महकमे की हकीकत जानने के लिए मॉक ड्रिल किया गया। इस क्रम में मेडिकल कॉलेज में मॉक ड्रिल के दौरान डमी मरीज भर्ती किया गया। इन मरीजों के इलाज के दौरान ऑक्सीजन और वेंटिलेटर के इंतजाम को भी जांचा गया। मॉक ड्रिल के दौरान पेशेंट भर्ती करने में रिस्पांस टाइम का आकलन सबसे महत्वपूर्ण रहा। मेडिकल कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ। वीडी पांडेय ने बताया कि डब्लूएचओ की अधिकारी डॉ। प्रिय बंसल ने लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया।
सभी दवाएं उपलब्ध कराई
मॉक ड्रिल के दौरान 2 मिनट 20 सेकेंड में पेशंट को एंबुलेंस से निकालकर भर्ती कर लिया गया तथा ऑक्सिजन शुरू कर दिया गया एवं इलाज प्रारंभ कर दिया गया। सभी दवाएं उपलब्ध पाई गई। सह नोडल अधिकारी कोविड डॉ। तरुण पाल ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में 20 बेड आपातकालीन स्थित कोविड वार्ड में तैयार हैं। सभी बेड पर ऑक्सीजन और पांच वेंटिलेटर की भी व्यवस्था की गई है। यदि कोविड के मरीजों की संख्या बढ़ती है तो सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक के 200 बेड को कोविड अस्पताल में परिवर्तित कर दिया जाएगा।
अलर्ट हुआ विभाग
नोडल अधिकारी डॉ। अरविंद कुमार ने बताया कि कोविड से संबंधित सभी टीम को भी अलर्ट कर दिया गया है। ताकि आपात स्थिति में किसी भी समस्या से निपटा जा सके। ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट आदि सभी क्रियाशील हैं।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रमुख अधीक्षक डॉ। श्याम सुंदर लाल, कोविड नोडल अधिकारी डॉ। अरविंद कुमार, सह नोडल अधिकारी डॉ। तरुण पाल, मीडिया प्रभारी डॉ। वीडी पांडेय, डॉ। हर्षवर्धन समेत नर्सिंग स्टाफ और कर्मचारी उपस्थित रहे।