- सीसीएसयू में आयोजित किया गया कार्यक्रम
- कैबिनेट मंत्री ने बांटा बेटियों को स्वीकृति पत्र
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- सीसीएसयू में आयोजित किया गया कार्यक्रम
- कैबिनेट मंत्री ने बांटा बेटियों को स्वीकृति पत्र
Meerut : Meerut : सीसीएस यूनिवर्सिटी के प्रेक्षागृह में शनिवार को कन्या विद्या धन योजना का स्वीकृति पत्र बांटा गया। क्क्77 मेधावी छात्राओं को यह पत्र मुख्य अतिथि यूपी के कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर के द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में योजना का लाभ पाकर बालिकाओं के चेहरे खिल उठे। वहीं कार्यक्रम के बाद लोगों को घर जाने की इतनी जल्दी थी कि वो राष्ट्रगान का सम्मान करना भूल गए। इस दौरान हॉल खाली दिखा।
बालिकाओं को पत्र
प्रेक्षागृह में उपस्थित सभी छात्राओं में खास उत्साह देखने को मिल रहा था। कन्या विद्या धन के लिए कुल क्फ्98 बालिकाएं चयनित हुईं, इनमें यूपी बोर्ड की क्0क्9 बालिकाएं, सीबीएसई की ख्भ्म्, मदरसा बोर्ड की ब्भ् और संस्कृत बोर्ड की एक और आईसीएसई की 77 बालिकाएं हैं। इनमें से शनिवार को क्क्77 छात्राओं को स्वीकृति पत्र दिया गया।
वंचित को बाद में
मेरठ जनपद में क्भ्क्0 का लक्ष्य था। इनमें से यूपी बोर्ड का क् हजार क्0क्9, सीबीएसई ख्8ब्, आईसीएससी में 9ब्, मदरसा बोर्ड में भ्7, संस्कृत बोर्ड में भ्7 का ही लक्ष्य था, लेकिन मेरिट के आधार पर केवल क्फ्98 को ही लाभ मिला। हालांकि अभी इन क्फ्98 में से ख्ख्क् बालिकाओं को लाभ वितरित नहीं किया गया है। यह बालिकाएं सरधना की हैं। इन बालिकाओं को ख्9 फरवरी को रामलीला ग्राउंड में विधानसभा का कार्यक्रम में दिया जाएगा।
बेटियों को किया प्रेरित
कार्यक्रम का निर्देशन डीआईओएस श्रवण कुमार यादव ने किया। इस दौरान डीआईओएस ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया व बालिकाओं को प्रोत्साहित किया। इस दौरान एडीएम प्रशासन दिनेश चंद ने कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती कविता सुनाकर बालिकाओं का हौसला बढ़ाया।
इनको मिली मायूसी
जहां एक ओर अंदर कार्यक्रम चल रहा था। वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसी भी बालिकाएं पहुंचीं, जिनको कन्या विद्या धन का लाभ नहीं मिल पाया। ऐसे में उनके चेहरों पर मायूसी रही। इसके अलावा कुछ सीबीएसई और आईसीएसी के शिक्षकों एवं बालिकाओं के अभिभावकों को अंदर जगह न होने की वजह से प्रेक्षागृह में प्रवेश नही करने दिया गया। इसलिए उन्हें बाहर बैठकर ही इंतजार करना पड़ा। कुछ बालिकाएं ऐसी भी थीं, जिनको लाभ मिलना था लेकिन वह कार्यक्रम खत्म होने के बाद पहुंची थी।
राष्ट्रगान से पहले हॉल खाली
कार्यक्रम के अंत में बालिकाओं व उनके अभिभावकों सहित कुछ शिक्षकों को भी वापस लौटने की जल्दी थी। उन्हें वापस लौटने की इतनी जल्दी थी कि वह राष्ट्रगान के होने से पहले ही हॉल से गायब हो गए। ऐसे में आधे से ज्यादा हॉल खाली दिखा। केवल अतिथिगणों व कुछ बालिकाओं ने ही राष्ट्रगान में उपस्थिति दर्ज कराई।
मुझे तीस हजार रुपए मिले हैं, इन पैसों को मैं आगे अपनी पढ़ाई में लगाने वाली हूं। योजना काफी अच्छी है इससे बालिकाओं को प्रोत्साहन मिलता है।
-हिमांशी, सीबीएसई, दीवान पब्लिक स्कूल
मेरे घर में मैं पहली लड़की हूं, जिसे इस योजना का लाभ मिला है। इसे लेकर सभी में काफी उत्साह है। आगे की पढ़ाई में इससे मुझे बहुत मदद मिलने वाली है।
-निशा, यूपी बोर्ड आरजी इंटर कॉलेज
मुझे इस बात की खुशी है कि पूरे संस्कृत बोर्ड में मैं अकेली लड़की हूं, जिसको योजना का लाभ मिला है। योजना वाकई बहुत अच्छी है। इससे बालिकाओं को पढ़ने में मदद मिलती है।
-रेशमा, संस्कृत बोर्ड, डीडी जैन पब्लिक स्कूल, घंटाघर
पहली बार यूपी सरकार की योजना से लाभ मिला है। अच्छा लग रहा है। मैं बीटेक कर रही हूं मेरा सपना इंजीनियरिंग बनने का है। इस पैसों का यूज मैं अपनी पढ़ाई में करुंगी।
-सलोनी, आईसीएसई बोर्ड, सेंट थॉमस