मेरठ (ब्यूरो)। शहर में जगह-जगह बने अस्थाई कूड़ा स्थल शहर की खूबसूरती को बिगाडऩे के साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण में बाधा बने हुए हैं। इन अस्थायी खत्तों पर रोजाना आसपास के क्षेत्र का कूड़ा एकत्र हो जाता है। यहां से उठती बदबू के कारण लोगों का निकलना तक दूभर होता है। निगम के कर्मचारी भी इन जगहों से कूड़ा हटाने के बजाय और कूड़ा डाल देते हैं। हालात ये हैं कि शहर की अधिकतर सभी प्रमुख कॉलोनियों के लिए यह कूड़ा स्थल नासूर बन चुके हैं। अब नगर निगम ने इन कॉलोनियों को समस्या से निजात दिलाने के लिए 2.77 करोड़ की लागत से पक्के ढलावघर बनाने की योजना बनाई है। ताकि जगह-जगह फेंका जाने वाला कूड़ा एक निश्चित स्थान पर एकत्र किया जा सके।

देखरेख के लिए सुपरवाइजर भी रहेंगे
इसके लिए नगर निगम ने शहर की विभिन्न कॉलोनियों में 19 जगह चिह्नित की हैं। जहां कॉलोनी का कूड़ा एकत्र किया जा सके। इसके लिए नगर निगम ने आधा दर्जन से अधिक फर्म को तीन माह के अंदर पक्के ढलावघर तैयार करने का समय दिया है। इन जगहों पर तीन तरफ से दीवार बनाकर ढलावघर कवर किया जाएगा ताकि कूड़ा इधर उधर ना फैले। साथ ही ढलाव घर बनने के बाद स्थानीय सुपरवाइजर की जिम्मेदारी होगी कि इन जगह के अलावा जगह-जगह कूड़ा ना गिरे। यदि कूड़ा कहीं फेंका भी गया है तो उसको ढलावघर तक पहुंचाया जाए।

इन स्थानों पर बनेंगे ढलाव घर
-शास्त्रीनगर रंगोली पुल नाला पटरी
-आनंद हॉस्पिटल के बराबर रोड पर
-शास्त्रीनगर एल ब्लॉक पीएसी के पास
-शेरगढ़ी कांशीराम पार्क के पास
-सरायकाजी श्मशान भूमि के पास
-नौचंदी मैदान पानी की टंकी के पास
-मलियाना तिराहा
-कृष्णानगर नाले की पटरी पर
-पावसीखास रोड
-खिर्वा रोड स्थित केंद्र विहार कॉलोनी
-लल्लापुरा नई बस्ती
-नूरनगर तालाब के पास
-घोपला रोड पानी की टंकी
-माधवपुरम ग्रीन बेल्ट के पास
-टीपीनगर, मोहकमपुर
-पांडव नगर पानी की टंकी के पास
-गंगानगर ग्लोबल सिटी के पास
-गढ़ रोड मेडिकल कॉलेज के बाहर

वर्जन
ढलावघर बनाने के लिए तीन माह का समय दिया गया है। इस उद्देश्य से जगह-जगह कूड़ा व गंदगी का ढ़ेर खत्म करना है।
- गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी