- बुधवार को सुबह ही पर्ची काउंटर पर धरना देकर बैठ गए जेआर
- मेडिकल कॉलेज में नहीं घुसने दिया गया एक भी मरीज
Meerut :यूपी पीजी में पीएमएस कोटे के विरोध में मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रहने से बुधवार को हालात बुरी तरह बिगड़ गए। इलाज की आस में मरीज दिनभर तड़पते नजर आए। डॉक्टर सुबह आठ बजे से ही पर्ची काउंटर पर धरना देकर बैठ गए। उसके बाद एक भी ओपीडी को नहीं खुलने दिया गया। साथ ही जेआर डॉक्टरों के दो ग्रुप कॉलेज के गेट पर खड़े हो गए। जहां से उन्होंने एक भी मरीज को अंदर नहीं घुसने दिया गया। जेआर डॉक्टर्स का कहना है जब तक मामले में कुछ ठोस फैसला नहीं आ जाता तब तक हड़ताल जारी रहेगी। पूरे कॉलेज परिसर में सिर्फ नारेबाजी सुनाई देती रही। जेआर डॉक्टर अंकित ने कहा कि यह हड़ताल प्रदेश व्यापी है। जिसे लखनऊ से निर्णय होने के बाद ही बंद किया जाएगा।
नहीं पिघला दिल
दिन निकलते ही इमरजेंसी में भर्ती होने के लिए तीन मरीज गंभीर हालत में मेडिकल के गेट पर पहुंचे। लेकिन परिजनों के रिक्वेस्ट करने के बाद भी जेआर का कलेजा नहीं पसीजा और उन्हे वापस लौटना पड़ा। गढ़ निवासी हरिराम का भयंकर एक्सीडेंट हो गया था, जिसे गेट से ही वापस जाना पड़ा।
प्रिंसिपल ने मानी हार
कोर्ट का आदेश है, इसमें मैं कुछ कर ही नहीं सकता। जेआर को समझाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। शायद कल तक वे मान जाएं।
डॉ, केके गुप्ता, प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज